दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया है। रेखा गुप्ता ने खुद गृह और वित्त विभाग अपने पास रखा है। प्रवेश साहिब सिंह को PWD विधायी मामले सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण जल गुरुद्वारा चुनाव मंत्रालय दिया गया है। लेख के माध्यम से पढ़िए किसको कौन से मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली।

दिल्ली की मुख्यमुंत्री रेखा गुप्ता ने अपने साथ शपथ लेने वाले सभी 6 कैबिनेट मंत्रियों के बीच विभागों (delhi cabinet list) का बंटवारा कर दिया है। रेखा गुप्ता ने सामान्य प्रशासन, सेवाएं, वित्त, राजस्व, महिला एवं बाल कल्याण, भूमि एवं भवन, जनसंपर्क, सतर्कता एवं प्रशासनिक सुधार विभाग अपने पास रखे हैं। वहीं पर प्रवेश साहिब सिंह को PWD विधायी मामले, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण, जल, गुरुद्वारा चुनाव मंत्रालय दिया गया है।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पास
GAD, सेवाएं, वित्त, राजस्व, WCD, लैंड एंड बिल्डिंग, पब्लिक रिलेशन, विजिलेंस औरप्रशासनिक सुधार विभाग।
प्रवेश साहिब सिंह को मिले ये मंत्रालय
PWDविधायी मामलेसिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रणजलगुरुद्वारा चुनाव
आशीष सूद को मिले ये मंत्रालय
गृहऊर्जाशहरी विकासशिक्षाउच्च शिक्षातकनीकी शिक्षाप्रशिक्षण
मनजिंदर सिंह सिरसा को मिले ये मंत्रालय
उद्योगखाद्य आपूर्तिवन एवं पर्यावरणयोजना विभाग
रविंद्र सिंह (इंद्राज) को मिले ये मंत्रालय
समाज कल्याणSC/ST वेलफेयरकॉरपोरेशनइलेक्शंस
कपिल मिश्रा को मिले ये मंत्रालय
लॉ एंड जस्टिसश्रम एवं रोजगारविकासकला एवं संस्कृतिभाषा और पर्यटन
डॉ. पंकज कुमार सिंह को मिले ये मंत्रालय
स्वास्थ्यपरिवहनसूचना तकनीक

छह विधायकों ने भी मंत्री पद की ली शपथ
रेखा गुप्ता (Delhi Cabinet Meeting) ने आज गुरुवार (20 फरवरी) को राजधानी दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके बाद छह विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। दिल्ली की नई मुख्यमंत्री और पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता का अपनी सरकार के पहले दिन का कार्यक्रम काफी व्यस्त रहा।दिल्ली (Delhi CM Rekha Gupta) की नई सरकार के मंत्रिमंडल में हर वर्ग और अलग-अलग कार्यक्षेत्र के लोगों को शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता स्वयं अधिवक्ता, महिलाओं और वैश्य समाज का प्रतिनिधित्व कर रही हैं, जबकि प्रवेश साहिब सिंह अन्य पिछड़ा वर्ग और जाट समाज का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

कैबिनेट में पांच सदस्यों की औसत आयु 41 से 50 वर्ष
पहली बार दो मंत्री पूर्वांचल से हैं, और सिख, पंजाबी और अनुसूचित जाति का भी प्रतिनिधित्व है। इस बार कोई मुस्लिम विधायक नहीं जीता, इसलिए मुस्लिम समाज का कोई व्यक्ति कैबिनेट में नहीं है।