न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संजोते हुए शिक्षा और सामाजिक विकास को गति देने के उद्देश्य से ‘बक्सर जनमानस चेतना यात्रा’ का आयोजन भारत विकास परिषद विश्वामित्र शाखा की अध्यक्षा एवं भाजपा नेत्री वर्षा पांडेय के नेतृत्व में किया गया। जो कि बक्सर की राजनीतिक और सामाजिक चेतना को जागृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
शुक्रवार की सुबह शहर के रामरेखा घाट स्थित रामेश्वर मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना से यात्रा की शुरुआत की गयी। जहां वर्षा पांडेय ने बक्सर के उज्ज्वल भविष्य और समृद्धि की प्रार्थना की। इसके बाद उनका विशाल काफिला ब्रह्मपुर स्थित ब्रह्मेश्वर मंदिर के लिए रवाना हुआ। इस दौरान उन्होंने नगर भ्रमण करते हुए आम नागरिकों से मुलाकात की और उनके विचारों को सुना। बक्सर वासियों से संवाद के दौरान उन्होंने अपने विजनरी डेवलपमेंट मिशन की चर्चा की, जो शिक्षा, संस्कृति उत्थान, रोजगार और बुनियादी सुविधाओं के विकास पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा कि बक्सर केवल ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह शिक्षा और संस्कृति की भूमि भी है। हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी विरासत को सहेजते हुए आधुनिक विकास की ओर अग्रसर हों। बक्सर के समग्र विकास के लिए मैं पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य कर रही हूं। यात्रा के दौरान स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं का अपार समर्थन मिला। यात्रा में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, भाजपा कार्यकर्ता, समाजसेवी एवं युवाओं ने भाग लिया, जिन्होंने वर्षा पांडेय के प्रयासों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। हर गली-मोहल्ले में जनता ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि बक्सर की जनता उनके विजन को अपना समर्थन और आशीर्वाद दे रही है।
बक्सर में नई चेतना और ऊर्जा का संचार इस यात्रा से हुआ यह यात्रा न केवल जनता के बीच जागरूकता लाने का एक प्रयास थी, बल्कि यह बक्सर के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई ऊर्जा और उत्साह भरने में भी सफल रही। वर्षा पांडेय का यह संकल्प और समर्पण बक्सर को विकास के एक नए मार्ग पर अग्रसर करने के लिए प्रेरित कर रहा है। ‘बक्सर जनमानस चेतना यात्रा’ का यह ऐतिहासिक आयोजन बक्सर की सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक चेतना को एक नई दिशा देने का सशक्त प्रयास था। वर्षा पांडेय के दृढ़ नेतृत्व और दूरदर्शी सोच के साथ, बक्सर एक नए युग की ओर बढ़ रहा है, जहां विकास, शिक्षा और संस्कृति को समान रूप से प्राथमिकता दी जाएगी।
वर्षा पांडेय ने बक्सर शहर में फैली गंदगी और अवरुद्ध विकास कार्यों को लेकर अपना क्षोभ व्यक्त किया और कहा कि जिस भूमि पर जन्म लिया, उसकी ऐसी दुर्दशा से निराश हूं। चुने हुए जनप्रतिनिधि सिर्फ भाषणों में बक्सर महिमा का गुणगान करते हैं, जबकि जमीन पर इस ऐतिहासिक स्थली को बहुत कुछ सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एक आम गृहिणी की तरह अपने सुखी संपन्न परिवार के साथ भी मैं सब कुछ अनदेखा कर सकती थी लेकिन इस धरती का कर्ज है जिसने मुझे प्रतिबद्ध किया कि चाहे जितनी मेहनत और यात्रा करनी पड़े, बक्सर की जनता को इस शहर के विकास का हक दिलाने का संकल्प ले चुकी हूं। उसी कड़ी में एक जन मानस को जगाने के लिए यह यात्रा निकली जिसे जनता ने हाथों हाथ लिया। देवभूमि बक्सर की देव तुल्य जनता का आभार।