Road Infrastructure: Darbhanga और Madhubani बनेगा ₹27,552 Crore से 568 KM का गेम चेंजर

📍 दरभंगा-मधुबनी | बिहार को गोरखपुर-सिलीगुड़ी 6 लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का तोहफा मिल गया है। इससे दरभंगा और मधुबनी भी जुड़ेंगे। 417 किमी का निर्माण बिहार में होना है। इसके लिए गंडक और कोसी नदी पर नए पुल बनेंगे।

📍 Road Infrastructure| NHAI से Darbhanga,Madhubani को मंजूरी

कई प्रखंडों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। एनएचएआई ने इसकी मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद बिहार के जिन शहरों को एक्सप्रेसवे से जोड़ने की तैयारी है, इसमें दरभंगा और मधुबनी भी शामिल है।

📍 Road Infrastructure | बिहार की सड़क अवसंरचना (Road Infrastructure) को और आधुनिक बनाने के लिए केंद्र सरकार ने गोरखपुर-सिलीगुड़ी 6 लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को मंजूरी दे दी है।

🚀 गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे बिहार के लिए गेम चेंजर साबित होगा!

यह 568 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे उत्तर बिहार के विकास को नई गति देगा। खास बात यह है कि इसमें 417 किलोमीटर का निर्माण बिहार में होगा, जिससे राज्य में परिवहन की सुविधा और तेज़ होगी।

🔹 एक्सप्रेसवे की खास बातें

📌 कुल लंबाई: 568 किलोमीटर
📌 बिहार में निर्माण: 417 किलोमीटर
📌 कुल लागत: ₹37,645 करोड़
📌 बिहार में निवेश: ₹27,552 करोड़
📌 अधिकतम गति सीमा: 120 किमी/घंटा
📌 बिहार के 8 जिलों से गुजरेगा
📌 प्रभावित प्रखंड: 39
📌 फायदा पाने वाले गांव: 313

🚀 बिहार की कनेक्टिविटी होगी और मजबूत, मिलेगा आर्थिक लाभ

🚄 यह हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे बिहार के उत्तर क्षेत्र में व्यापार और परिवहन को मजबूत करेगा, जिससे आर्थिक विकास को गति मिलेगी।

🔹 किन जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे?

➡️ पश्चिम चंपारण (West Champaran)
➡️ पूर्वी चंपारण (East Champaran)
➡️ शिवहर (Sheohar)
➡️ सीतामढ़ी (Sitamarhi)
➡️ मधुबनी (Madhubani)
➡️ सुपौल (Supaul)
➡️ अररिया (Araria)
➡️ किशनगंज (Kishanganj)

🚧 39 प्रखंडों और 313 गांवों को यह एक्सप्रेसवे सीधा लाभ देगा।

🔹 बिहार को क्या होंगे फायदे?

बेहतर रोड कनेक्टिविटी – राज्य में यात्रा और मालवाहन तेज़ होगा।
नई नौकरियां – निर्माण कार्य से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
व्यापार और उद्योग को बढ़ावा – व्यापारियों और किसानों के लिए नए रास्ते खुलेंगे।
लॉजिस्टिक्स तेज़ होगा – माल ढुलाई की लागत घटेगी और समय बचेगा।
प्रॉपर्टी वैल्यू बढ़ेगी – हाईवे से जुड़े इलाकों में भूमि और संपत्ति की कीमतें बढ़ेंगी।

🚗 बिहार से यूपी, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के बीच व्यापारिक संबंध और मजबूत होंगे।

🔹 गंडक और कोसी नदी पर बनेंगे नए पुल

📢 इस प्रोजेक्ट के तहत गंडक नदी (Gandak River) और कोसी नदी (Kosi River) पर नए पुलों का निर्माण किया जाएगा।
📢 यह एक्सप्रेसवे लॉन्ग-डिस्टेंस यात्रियों के लिए बेहद सुविधाजनक साबित होगा।

🔹 एनएचएआई ने बिहार के इन शहरों को दी एक्सप्रेसवे से जोड़ने की मंजूरी

➡️ बेतिया (Bettiah)
➡️ मोतिहारी (Motihari)
➡️ दरभंगा (Darbhanga)
➡️ मधुबनी (Madhubani)

📌 स्पर कनेक्टिविटी (Spur Connectivity) के जरिए इन जिलों को एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा, जिससे इन शहरों का विकास भी तेज़ होगा।

🔹 बिहार के लिए क्यों जरूरी है यह एक्सप्रेसवे?

🛣️ यात्रा का समय कम होगा और ट्रांसपोर्टेशन आसान होगा।
🚛 राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई बढ़ेगी, जिससे लॉजिस्टिक्स सेक्टर को फायदा होगा।
🏗️ शहरों और ग्रामीण इलाकों के बीच इंटरकनेक्टिविटी मजबूत होगी।
🏭 नई इंडस्ट्रियल और बिजनेस अपॉर्चुनिटी बढ़ेंगी।

📢 यह प्रोजेक्ट बिहार के सड़क नेटवर्क को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और राज्य के विकास को गति देगा।

📝 रिपोर्ट: Deshaj Times

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *