मुंगेर पुलिस और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए जिले के टॉप टेन अपराधियों की सूची में शामिल 1 लाख रुपये के इनामी बदमाश पवन मंडल को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी पश्चिम बंगाल के खड़गपुर से की गई, जहां वह पिछले कई वर्षों से छिपकर रह रहा था। पवन मंडल पर 25 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें डबल मर्डर, लूट, डकैती जैसी संगीन वारदातें शामिल हैं।
चार साल से पुलिस के लिए बना हुआ था सिरदर्द
पवन मंडल पिछले चार वर्षों से फरार चल रहा था और पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई बार छापेमारी की, लेकिन हर बार वह बच निकलने में सफल हो जाता था। मुंगेर पुलिस ने उसकी तलाश में कई बार प्रयास किए, लेकिन वह बार-बार अपनी लोकेशन बदलकर पुलिस को चकमा देता रहा।
गुप्त सूचना के आधार पर हुई गिरफ्तारी
एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि पवन मंडल पश्चिम बंगाल के मेदनी खड़गपुर थाना क्षेत्र में रह रहा है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन चलाया और उसके ठिकाने पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान कड़ी सुरक्षा और रणनीतिक तरीके से पवन मंडल को गिरफ्तार किया गया।
मुंगेर एसपी ने दी पूरी जानकारी
मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बड़ी सफलता की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पवन मंडल की गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी, क्योंकि वह एक संगठित अपराधी था और उसके खिलाफ कई संगीन अपराध दर्ज थे। वह जिले के शीर्ष 10 अपराधियों में शामिल था और सरकार ने उस पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा था।
कई संगीन अपराधों में शामिल था पवन मंडल
मुंगेर एसपी के अनुसार, पवन मंडल मुख्य रूप से हत्या, लूट, रंगदारी और डकैती जैसी घटनाओं में संलिप्त था। कुछ समय पहले जिले में हुए डबल मर्डर केस का भी वह मुख्य आरोपी था। इसके अलावा, उसने कई अन्य अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था, जिसके चलते जिले में उसका नाम कुख्यात अपराधियों की सूची में शामिल था।
2022 से बदल रहा था पहचान, नाम बदलकर रह रहा था खड़गपुर में
गिरफ्तारी से बचने के लिए पवन मंडल ने अपनी पहचान बदल ली थी और पश्चिम बंगाल के मेदनी खड़गपुर में अपने परिवार के साथ छद्म नाम से रह रहा था। वह लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहता था ताकि पुलिस उसकी गिरफ्त तक न पहुंच सके।
एसटीएफ की मेहनत रंग लाई
एसटीएफ और पुलिस की कड़ी मेहनत और सटीक रणनीति की बदौलत आखिरकार यह कुख्यात अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आ गया। पुलिस को उम्मीद है कि उसकी गिरफ्तारी से जिले में कई अन्य अपराधों की गुत्थी सुलझ सकती है और अपराध के नेटवर्क पर भी कड़ा प्रहार किया जा सकता है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब पवन मंडल से गहन पूछताछ कर रही है ताकि उसके अन्य आपराधिक गतिविधियों और उसके साथ जुड़े अपराधियों के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। उम्मीद की जा रही है कि उसकी गिरफ्तारी से मुंगेर जिले में अपराध पर अंकुश लगेगा और लोगों में सुरक्षा की भावना बढ़ेगी।
मुंगेर पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से जिले में अपराधियों के मनोबल पर करारा प्रहार हुआ है, और यह संदेश गया है कि कानून से बच पाना आसान नहीं है।