हिलसा (नालंदा दर्पण)। परवलपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सोनचरी गांव एक मवेशी बाड़ा में अचानक आग लगने से 160 बकरियां और 40 मुर्गियां जलकर राख हो गईं। इस भयावह घटना में पशुपालक परिवार का सब कुछ तबाह हो गया और करीब 20 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
मवेशी बाड़ा संचालक पप्पू कुमार ने हाल ही में इस बाड़े का निर्माण करवाया था, लेकिन एक झटके में उनकी मेहनत और सपने राख में तब्दील हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग इतनी तेजी से फैली कि ग्रामीणों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। जब तक लोग कुछ समझ पाते, तब तक पूरा बाड़ा धू-धू कर जलने लगा। बाड़े में बंधी बकरियां और मुर्गियां बाहर नहीं निकल सकीं और जलकर दम तोड़ दिया।
स्थानीय लोगों के अनुसार आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट हो सकती है। हालांकि इसकी पुष्टि के लिए जांच जारी है। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मवेशियों के जले हुए शव चारों ओर बिखरे पड़े थे। जिससे इलाके में मातम का माहौल बन गया।
इस घटना के बाद पप्पू कुमार और उनका परिवार गहरे सदमे में है। उनकी आंखों के सामने उनकी रोजी-रोटी का एकमात्र जरिया खत्म हो गया। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। वे बार-बार यही कह रहे थे कि अब वे आगे क्या करेंगे। क्योंकि उनकी पूरी जमा-पूंजी इसी पशुपालन व्यवसाय में लगी थी।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। ताकि वे अपने जीवन को दोबारा संवार सकें। स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने न सिर्फ पीड़ित परिवार बल्कि पूरे गांव को झकझोर दिया है। लोग इस बात से चिंतित हैं कि कहीं ऐसी घटना दोबारा न हो। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि गांव में आग से बचाव के इंतजाम किए जाएं और पशुपालकों को सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी जाए।
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर दिखा दिया कि छोटी-सी लापरवाही या तकनीकी गड़बड़ी कैसे किसी की पूरी जिंदगी को बर्बाद कर सकती है। अब देखना होगा कि प्रशासन पीड़ित परिवार की मदद के लिए क्या कदम उठाता है।
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