प्रयागराज: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने महा कुंभ 2025 के लिए प्रयागराज क्षेत्र में रेलवे की तैयारियों को एक नया आयाम देते हुए कई प्रमुख परियोजनाओं और सुविधाओं का शुभारंभ किया।
मुख्य घोषणाएँ और उद्घाटन:
- कुंभ वार रूम का उद्घाटन:
- रेलवे बोर्ड में कुंभ वार रूम का शुभारंभ।
- यह वार रूम 24×7 कार्य करेगा, जिसमें ऑपरेटिंग, कमर्शियल, आरपीएफ, मैकेनिकल, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल जैसे विभिन्न विभागों के अधिकारी तैनात रहेंगे।
- 1,176 सीसीटीवी कैमरों से प्राप्त लाइव फीड की मॉनिटरिंग प्लेटफॉर्म स्तर से लेकर रेलवे बोर्ड स्तर तक की जाएगी।
- मॉनिटरिंग संरचना:
- प्लेटफॉर्म → स्टेशन → मंडल → जिला → जोनल → रेलवे बोर्ड।
- इस वार रूम के माध्यम से जिला प्रशासन और रेलवे के बीच समन्वय को मजबूत किया जाएगा, जिससे यात्रियों को तत्काल सहायता और सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सकें।
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घोषणा प्रणाली और यात्री पुस्तिका का विमोचन:
- 12 भाषाओं में उद्घोषणा प्रणाली की शुरुआत प्रयागराज, नैनी, छिवकी और सुबेदारगंज स्टेशनों पर।
- यात्रियों को उपयोगी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए 22 भाषाओं में तैयार की गई विशेष पुस्तिका का विमोचन।
प्रयागराज क्षेत्र में यात्री सुविधाएँ:
- रेलवे नेटवर्क में विस्तार और सुधार:
- कुल 13,000 ट्रेनों का संचालन:
- 10,000 नियमित ट्रेनें।
- 3,134 विशेष ट्रेनें (पिछले कुंभ से 4.5 गुना अधिक):
- 1,869 शॉर्ट डिस्टेंस ट्रेनें।
- 706 लॉन्ग डिस्टेंस ट्रेनें।
- 559 रिंग ट्रेनें।
- मालगाड़ियों को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) पर डायवर्ट किया गया।
- महा कुंभ के लिए बीते 3 वर्षों में ₹5,000 करोड़ का निवेश।
- यात्री सुविधाओं का विस्तार:
- 48 प्लेटफॉर्म, 21 फुट ओवर ब्रिज (FoBs)।
- 23 स्थायी होल्डिंग एरिया, जिनकी क्षमता 1 लाख से अधिक।
- 554 टिकटिंग काउंटर, जिनमें 151 मोबाइल UTS काउंटर शामिल।
- सड़कों और रेलवे की सुगम आवाजाही के लिए 21 ROBs/RUBs का निर्माण।
- सभी 9 स्टेशनों पर 12 भाषाओं में उद्घोषणा प्रणाली।
- प्रमुख आधारभूत परियोजनाएँ:
- ₹3,700 करोड़ की लागत से परियोजनाएँ:
- बनारस-प्रयागराज डबलिंग (गंगा ब्रिज सहित)।
- फाफामऊ-जंघई डबलिंग।
कुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या और तैयारियाँ:
- 40 करोड़ श्रद्धालु महा कुंभ में भाग लेंगे।
- मौनी अमावस्या के दिन 5 करोड़ श्रद्धालुओं की उपस्थिति।
- कुंभ के दौरान भीड़ प्रबंधन के लिए:
- 1,176 सीसीटीवी कैमरों से लाइव मॉनिटरिंग।
- 23 होल्डिंग एरिया, जिनकी क्षमता 1 लाख से अधिक।
- यात्रियों की सुविधाओं के लिए विशेष रंग-कोडेड टिकट और बारकोडेड UTS प्रणाली का संचालन।
इन प्रयासों से महा कुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सुविधाजनक और तकनीकी रूप से उन्नत यात्रा अनुभव प्राप्त होगा।