बच्चों की उंगलियां थामें, हरे-भरे, कंटीले रास्तों पर चलते-चलते कब बुढ़ापे की दहलीज आ जाती है समझ ही नहीं पाते। कुछ बच्चे वृद्ध मां-बाप को सब कुछ भूलाकर वृद्धाश्रम की चौखट पर छोड़ आते हैं।
इसी क्रम में समाजसेवी सावन पांडे ने एक छोटी सी खुशी समाज के उस वर्ग को देने की कोशिश है जो हमारे समाज और परिवार का हिस्सा है। समाजसेवी सावन पांडे ने अपना जन्मदिन मिठनपुरा स्थित “वृद्धाश्रम” वृंदावरण सेवा संस्थान में रह रहे बुजुर्गों के साथ मनाया।
जहां सावन पांडेय ने सभी बुजुर्गों के साथ मिलकर जन्मदिन का केक काटा। जिसके बाद उन्होंने सभी बुजुर्गों को शॉल ओढ़ाया और उन्हें भरपेट भोजन कराया। इस दौरान सभी बुजुर्गों ने सावन पांडेय को ढेर सारा आशीर्वाद और शुभकामनाएं दी।
समाजसेवी सावन पांडे ने बताया कि वह हर साल अपना यह शुभ दिन समाज के उस वर्ग को देने की कोशिश करते है जो एक बेसहारे की जिंदगी जीने पर मजबूर हैं। यहां उनके बच्चों जैसा कोई नहीं होता जो उन्हें समझ सके और उनकी अनूठी ज़रूरतों का ख्याल रख सके। ऐसे में वैसे लोगों के साथ जन्मदिन मनाकर सुकून महसूस होता हैं।
बता दें कि समाजसेवी सावन पांडेय द्वारा बीते वर्ष भी जन्मदिन के अवसर पर बच्चों को डोमिनोज ले जाकर पिज़्जा खिलाया गया था, इतना ही नहीं समाजसेवी सावन पांडे बीते कई वर्षों में समाज के प्रति स्नेह दिखाते आ रहे हैं।