बिहार सरकार के स्वाथ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बड़ा एलान कर दिया है और कहा है कि वह प्रशांत किशोर का इलाज कराएंगे। उन्होंने कहा है कि पिछले 15 दिनों में पीके की मानसिक स्थिति में जो कमजोरी आई है उसकी जांच करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा है कि वह खुद पीके को कोईलवर लेकर जाएंगे और उनका मानसिक आरोग्यशाला में इलाज कराएंगे।
दरअसल, 70वीं बीपीएससी परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू करने वाले प्रशांत किशोर पिछले 15 दिनों से आमरण अनशन कर रहे थे। इस दौरान गांधी मैदान में वह कुछ दिनों तक अनशन पर बैठे, इसके बाद जिला प्रशासन ने उन्हें वहां से हटा दिया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया और बाद में बिना शर्त उन्हे जमानत दे दी गई। इस बीच खूब हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ।इसके बाद पीके ने गंगा में डुबकी लगाई और केला खाकर अपना अनशन तोड़ दिया। इसके बावजूद मरीन ड्राइव इलाके में टेंट सिटी बनाकर सत्याग्रह करने की बात कहते हैं। सियासी विरोधियों का स्पष्ट तौर पर कहना है कि प्रशांत किशोर को खुद पता नहीं है कि वह करना क्या ताहते हैं। विपक्षी दलों से लेकर सत्ताधारी दलों के नेता पीके के इस पब्लिसिटी स्टंट पर हमला बोल रहे हैं।
प्रशांत किशोर द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाने पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बड़ा हमला बोला है। मंगल पांडेय ने कहा है कि प्रशांत किशोर को पिछले कुछ दिनों में मालूम चल ही गया है कि उनकी प्रतिष्ठा अब समाप्त हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते यह कह रहा हूं कि प्रशांत किशोर नारा लिखने वाले आदमी हैं और मैं खुद गवाह हूं कि वह नारा लिखते थे।
मंगल पांडेय ने कहा कि प्रशांत किशोर स्लोगन लिखने थे और उनका यही काम था। स्लोगन लिखने वाला आदमी नौटंकी करके अगर नेता बनना चाहता है तो इसे बिहार की जनता तो स्वीकार नहीं करेगी। स्वास्थ्य मंत्री के रूप में यह कहना चाहता हूं कि एक पढ़ा लिखा व्यक्ति अगर इस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहा है तो वह मानसिक रूप से कमजोर हुआ है और जो मानसिक रूप से कमजोर होता है उसे मानसिक आरोग्यशाला में इलाज की जरूरत होती है।
उन्होंने कहा कि मैं उन्हें आमंत्रित करता हूं, वह आए मेरे पास आएं मैं उन्हें कोईलवर आरोग्यसाला भेजूंगा वहां बहुत अच्छा हमारा मानसिक अस्पताल है। प्रशांत किशोर ने जो उपवास का नाटक किया ऐसा लगता है कि इस कुछ दिनों में उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति कमजोर हुई है। इस 15 दिनों में उनकी मानसिक स्थिति में जो कमजोरी आई है उसकी जांच करना बहुत जरूरी है। मैं स्वयं उनको लेकर जाऊंगा कोईलवर अस्पताल और इलाज करवाऊंगा।