बिहार के बांका जिले में राज्य का सबसे बड़ा तालाब बनाने की योजना तैयार की गई है। इस तालाब का कुल रकबा 156 एकड़ होगा, जो इसे राज्य का सबसे बड़ा जलाशय बनाएगा। इसके निर्माण के लिए 75.28 करोड़ रुपये की Detailed Project Report (DPR) तैयार की गई है। यह परियोजना जल संरक्षण, जल स्तर वृद्धि और पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने के उद्देश्य से शुरू की जा रही है।
प्रमुख बिंदु:
- तालाब का रकबा: तालाब का कुल क्षेत्रफल 156 एकड़ होगा, जो इसे बिहार का सबसे बड़ा तालाब बना देगा।
- DPR की लागत: इस परियोजना के लिए 75.28 करोड़ रुपये की DPR तैयार की गई है, जिससे इसकी सटीक योजना और क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा।
- उद्देश्य: इस तालाब का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण को बढ़ावा देना, भूजल स्तर को सुधारना और स्थानीय जल आपूर्ति में सुधार करना है। इसके अलावा, पर्यावरणीय संतुलन और स्थानीय जलवायु में भी सुधार की संभावना है।
- जलवायु और कृषि पर प्रभाव: तालाब के निर्माण से आसपास के क्षेत्र में कृषि की संभावनाओं में वृद्धि हो सकती है, क्योंकि जल आपूर्ति बढ़ने से किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी।
- जलाशय के फायदे: इस तालाब से न सिर्फ पानी की आपूर्ति बढ़ेगी, बल्कि यह प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण में भी सहायक होगा।
- परियोजना की स्थिति: परियोजना की Detailed Project Report (DPR) तैयार की जा चुकी है, और उम्मीद है कि जल्द ही इसके निर्माण का काम शुरू किया जाएगा।
यह तालाब न केवल बांका जिले बल्कि पूरे बिहार के लिए जल संरक्षण और पर्यावरणीय सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान देगा।