दरभंगा। बिहार के दूसरे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) का निर्माण दरभंगा में तेजी से जारी है। 750 बेड क्षमता वाले इस अस्पताल को एकमी-शोभन बाईपास पर बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 नवंबर 2024 को इसका शिलान्यास और भूमि पूजन किया था।
दरभंगा एम्स की मौजूदा स्थिति
पटना में आयोजित पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (PMCH) के शताब्दी समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने दरभंगा एम्स के निर्माण को लेकर जानकारी दी।
जेपी नड्डा के अनुसार:
जम्मू-कश्मीर को छोड़कर बिहार एकमात्र राज्य है जहाँ केन्द्र सरकार ने पटना और दरभंगा में ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) प्रदान किये हैं। इसके अलावा 8 जिला अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाने का काम किया गया।
यही बिहार में डबल इंजन सरकार की पहचान है। pic.twitter.com/HOHZKprP7N
— Samrat Choudhary (@samrat4bjp) February 25, 2025
- एम्स का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है।
- भूमि पूजन और मिट्टी जांच प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
- चारदीवारी निर्माण का कार्य प्रगति पर है।
- कुल बजट – ₹1250 करोड़, जिसे भारत सरकार की कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।
बिहार: दूसरा राज्य जहां दो एम्स
जेपी नड्डा ने बताया कि बिहार देश का दूसरा राज्य है, जहां दो एम्स (AIIMS) बनाए गए हैं। पहला पटना एम्स और दूसरा दरभंगा एम्स। इससे उत्तर बिहार के लोगों को उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।
8 जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज में बदला गया
जेपी नड्डा ने यह भी बताया कि बिहार के 8 जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज में बदला गया है, जो पिछले 10 वर्षों में पूरे हुए हैं। इसके अलावा, गया और मुजफ्फरपुर सहित बिहार के 5 अस्पतालों में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक बनाए गए हैं।
➡ दरभंगा एम्स के निर्माण से उत्तर बिहार के लाखों लोगों को अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिलेगा और स्वास्थ्य सुविधाओं में बड़ा सुधार होगा।