Darbhanga Airport इसी दस मार्च को दक्षिण भारत से सीधा जुड़ने जा रहा है। तय है, इस एयरपोर्ट से न सिर्फ दरभंगावासियों को बल्कि, संपूर्ण मिथिलांचल और देश को खासी उम्मीद है। इसी उम्मीद पर सूरज की तेज रोशनी पड़ते ही गत दिसंबर से जनवरी के महीनों में हवाई सेवा की हुई फजीहत अब पटरी पर लौटने लगी है। पढ़िए Darbhanga Airport से Flight की Ground Report
उम्मीद है, अगले जाड़ें में नहीं बिगड़ेंगी उड़ान
जिस तरीके से दरभंगा एयरपोर्ट पर सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। इसबार की फजीहत आगामी ठंड में नहीं मिलेंगी। परिणाम सुखद दिखेगा जैसा अब, दरभंगा हवाई अड्डे (Darbhanga Airport) की उड़ान सेवाएं अब पटरी पर लौट रही हैं। फरवरी में 270 विमानों का परिचालन हुआ। इसमें 41,360 यात्रियों ने सफर किया। यहां से उड़ानें भरीं। सफर तय किया। मंजिल पर पहुंचे। मौसम के कारण जनवरी में प्रभावित हुई दरभंगा हवाई सेवा अब सामान्य हो रही है। फरवरी में 270 विमानों का संचालन हुआ, जिसमें 41,360 यात्रियों ने यात्रा की।
जनवरी में 9 दिन नहीं उड़ी फ्लाइट, मात्र 32,330 यात्रियों ने किया सफर
❖ जनवरी में लो विजिबिलिटी (Low Visibility) के कारण केवल 218 उड़ानें संचालित हो सकीं, जिससे मात्र 32,330 यात्रियों ने यात्रा की।
❖ 31, 30 और 29 जनवरी को लगातार तीन दिनों तक सभी उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
❖ कई यात्रियों को बुकिंग कैंसिल होने से परेशानी झेलनी पड़ी, खासकर आपातकालीन यात्रा करने वालों को।
❖ जनवरी में फ्लाइट बुकिंग का औसत 65% रहा, जबकि फरवरी में यह बढ़कर 67% हो गया।