एक तरफ़ PATNA AIIMS तो दूसरी तरफ़ DARBHANGA AIIMS, दोनों…बड़े अस्पतालों पर गंभीर आरोप – पढ़ें पूरी रिपोर्ट

नई दिल्ली | राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने राज्यसभा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा के दौरान प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी और एम्स (AIIMS) के विस्तार को लेकर अहम मुद्दे उठाए।

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प्राइवेट अस्पतालों पर लगाए गंभीर आरोप

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि प्राइवेट अस्पताल लूट का अड्डा बन चुके हैं और गरीब मरीज मजबूरी में वहां इलाज कराने को विवश होते हैं। उन्होंने कहा:

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  • कुछ अस्पतालों में अच्छी व्यवस्था है, लेकिन कई जगह मरीजों का शोषण किया जाता है।
  • कुछ मामलों में अस्पतालों द्वारा मृत मरीजों का इलाज जारी रखकर भारी भरकम बिल वसूले जाते हैं।
  • इस लूट को रोकने के लिए सरकार को एक रेगुलेटरी बॉडी बनानी चाहिए।

पटना और दरभंगा एम्स के लिए उठाई आवाज

उन्होंने बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि पटना एम्स अभी पूरी तरह से संचालित नहीं हो पाया है। उन्होंने मांग की कि पटना एम्स के सभी विभागों को जल्द से जल्द चालू किया जाए, ताकि मरीजों को इधर-उधर भटकना न पड़े।

इसके साथ ही उन्होंने दरभंगा एम्स के निर्माण पर भी चर्चा की और कहा:

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  • दरभंगा एम्स का काम शुरू हो गया है, इसे जल्द पूरा किया जाए।
  • यह एम्स नेपाल सीमा के नजदीक है, जिससे सीमावर्ती लोगों को भी लाभ मिलेगा।
  • बिहार-झारखंड सीमा से सटे इलाकों में भी एम्स स्थापित करने की जरूरत है।

झारखंड सीमा और शाहाबाद क्षेत्र में एम्स की मांग

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि झारखंड से सटे बिहार के इलाकों में एम्स जैसी उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं की भारी कमी है। उन्होंने सासाराम और रोहतास में एक नए एम्स की स्थापना की मांग उठाई।


सरकार से जल्द कार्रवाई की अपील

उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि बिहार और झारखंड सीमावर्ती क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर गंभीरता से विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि पटना और दरभंगा एम्स पूरी तरह से चालू हो जाएं और नए एम्स के प्रस्तावों पर सरकार जल्द फैसला ले।

इस मांग के बाद अब देखना होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।

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