दरभंगा |8 साल बाद एक बार फिर दिल्ली मोड़ बस स्टैंड का संचालन नगर निगम के अधीन आ गया है, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलने की उम्मीद है। दरभंगा नगर निगम ने बस स्टैंड समेत 12 सैरातों की बंदोवस्ती के लिए खुली आम डाक (टेंडर प्रक्रिया) आयोजित की, जिसमें पारदर्शिता और सुचारू संचालन पर जोर दिया गया। Deshaj Times की रिपोर्ट के अनुसार, इस फैसले से न केवल राजस्व में वृद्धि होगी, बल्कि यात्रियों को भी सुव्यवस्थित परिवहन सेवाएं मिलेंगी। अब पढ़िए खबर विस्तार से…आठ साल बाद एक बार फिर दिल्ली मोड़ बस स्टैंड का संचालन नगर निगम के अधीन आ गया है। बुधवार को नगर आयुक्त राकेश कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में 12 सैरातों की बंदोवस्ती के लिए खुली आम डाक (टेंडर प्रक्रिया) आयोजित की गई।
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मुख्य बिंदु:
- दिल्ली मोड़ बस स्टैंड संचालन का ठेका मधुबनी सकरी निवासी सोनू कुमार गिरी को ₹2.60 करोड़ में दिया गया।
- राजेंद्र मार्केट बट्टी भाग का ठेका हर्ष कुमार झा को ₹2.70 लाख में दिया गया।
- ठेकेदारों को शेष राशि भुगतान के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है।
अन्य सैरातों की स्थिति:
- सार्वजनिक शौचालयों के लिए कोई ठेकेदार सामने नहीं आया।
- रामेश्वरी गुदरी बाजार के लिए दो इच्छुक ठेकेदार मिले।
- लहेरियासराय बस पड़ाव के लिए भी सिर्फ दो ठेकेदार उपस्थित हुए।
- शिवधारा आमपट्टी, गेहूमी आमपट्टी और कृष्णा पट्टी के लिए कोई बोली नहीं लगी।
नगर निगम की प्रक्रिया:
- सैरातों की बंदोवस्ती के लिए तीन दिनों का समय निर्धारित है।
- पहले दिन में 12 में से सिर्फ 2 सैरातों की बंदोवस्ती पूरी हो सकी।
- अन्य सैरातों के लिए शेष दो दिनों में पुनः प्रक्रिया आयोजित होगी।
पृष्ठभूमि:
- 16 जनवरी 2018 से दिल्ली मोड़ बस स्टैंड का संचालन जिला प्रशासन कर रहा था।
- अब इसे फिर से नगर निगम को सौंपा गया है।
- नगर निगम के अधीन आने से बस स्टैंड के संचालन में पारदर्शिता और व्यवस्था में सुधार की उम्मीद।
निष्कर्ष:
दिल्ली मोड़ बस स्टैंड समेत अन्य सैरातों की बंदोवस्ती प्रक्रिया जारी है। उम्मीद की जा रही है कि अगले दो दिनों में शेष सैरातों के लिए भी ठेकेदार मिल जाएंगे।
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