सावधान! आपके हर कदम पर होगी Bihar Police की नजर, अब बचना मुश्किल! पढ़िए पूरी रिपोर्ट @पटना। बिहार में अपराध नियंत्रण और अवैध गतिविधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस अब हाईटेक तकनीक का सहारा लेगी। ‘ड्रोन पुलिस यूनिट’ के गठन की तैयारी जोरों पर है, जिससे शराब और बालू तस्करी, ट्रैफिक कंट्रोल और छापेमारी अभियानों में पुलिस को बड़ी मदद मिलेगी।
ड्रोन पुलिस यूनिट की मुख्य बातें
-
नोडल एजेंसी: बिहार पुलिस की एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) इस हाई-टेक सुरक्षा प्रणाली की देखरेख करेगी।
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
-
तकनीकी सहयोग: इस यूनिट को तमिलनाडु, उत्तराखंड पुलिस और वायुसेना के सहयोग से तैयार किया जा रहा है।
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
-
हाई-रेजोल्यूशन कैमरे: ड्रोन अपराधियों की पहचान और गतिविधियों की निगरानी में तेजी लाएंगे।
-
एआई से लैस: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित यह प्रणाली संभावित खतरों और संदिग्ध गतिविधियों को ट्रैक कर सकेगी।
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
कैसे काम करेगी ‘ड्रोन पुलिस यूनिट’?
-
शराब और बालू तस्करों पर शिकंजा:
-
दूरदराज और नदियों के किनारों पर ड्रोन से गुप्त निगरानी होगी।
-
-
छापेमारी अभियानों में मदद:
-
संदिग्ध इलाकों में पहले से ड्रोन भेजकर पुलिस को सटीक लोकेशन और स्थिति का आकलन करने में आसानी होगी।
-
-
ट्रैफिक कंट्रोल में सुधार:
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
-
ऊंचाई से ड्रोन ट्रैफिक मूवमेंट की निगरानी करेंगे, जिससे जाम की समस्या का त्वरित समाधान होगा।
-
-
भीड़ नियंत्रण और हिंसा पर रोक:
-
भीड़भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन असामान्य हलचल या हिंसा की आशंका पर पुलिस को सतर्क करेंगे।
-
-
कम संसाधनों में ज्यादा असर:
-
ड्रोन के जरिए कम पुलिस बल में अधिक निगरानी संभव होगी, जिससे ऑपरेशन तेज और प्रभावी होंगे।
-
ड्रोन यूनिट के लिए विशेष प्रशिक्षण
-
अभी बिहार पुलिस के पास 9 ड्रोन उपलब्ध हैं और इन्हें अवैध शराब निर्माण और बालू खनन पर रोक के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
-
नई यूनिट के तहत पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
Bihar Police चार प्रकार के ड्रोन इस्तेमाल करेगी
-
नैनो ड्रोन: छोटे लेकिन बेहद फुर्तीले निगरानी ड्रोन।
-
माइक्रो ड्रोन: सीमित दूरी के लिए हल्के और तेज रफ्तार वाले ड्रोन।
-
मध्यम ड्रोन: लॉन्ग-रेंज निगरानी के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे।
-
बड़े ड्रोन: भारी उपकरण उठाने और छापेमारी अभियानों में मदद करेंगे।
ड्रोन यूनिट से अपराधियों की धरपकड़ होगी तेज
-
पुलिस के ऑपरेशन स्मार्ट और सुरक्षित होंगे।
-
शराब और बालू तस्करी पर नियंत्रण मजबूत होगा।
-
राज्य में कानून-व्यवस्था को हाई-टेक सुरक्षा मिलेगी।
-
जल्द ही यह यूनिट पूरी तरह सक्रिय होगी और अपराध पर ड्रोन की पैनी नजर रहेगी।