Murder Mystery in Darbhanga | आंख फोड़ा, जलने के निशान, और Acid? कौन है अंश की मौत का गुनहगार? उग्र भीड़, प्रदर्शन, जाम

Darbhanga में Murder Mystery! कौन है अंश की मौत का गुनहगार? आंख फोड़ा, जलने के निशान, और Acid? उग्र भीड़, प्रदर्शन, जाम @आंचल कुमारी, कमतौल | कमतौल थाना क्षेत्र के बेलवाड़ा गांव में स्थित मटकारा चौर (Matkara Chaur) के एक तालाब नुमा गड्ढे से मंगलवार सुबह अंश कुमार (Ansh Kumar) नामक 13 वर्षीय किशोर का शव बरामद होने से इलाके में सनसनी फैल गई। अंश बीते 30 मार्च की शाम से लापता था और उसकी साइकिल व कपड़े तालाब के किनारे मिले।

Darbhanga में शव मिलने के बाद सनसनी

स्थानीय लोगों ने जब किशोर का शव गड्ढे में देखा, तो तुरंत कमतौल थाना प्रभारी संजीव कुमार चौधरी (Sanjeev Kumar Chaudhary) को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। शव को बाहर निकालने पर पता चला कि अंश के शरीर पर कई संशयास्पद निशान थे।

  • शव पेट के बल पानी में तैर रहा था।

  • कमर से ऊपर फफोले थे और आंख फूटी हुई थी।

  • गले पर भी जलने जैसे निशान थे।

  • कपड़े किनारे रखे मिले, केवल जांघिया पहना हुआ था।

  • एसिड डालकर हत्या की गई होने की आशंका

परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

मृतक के परिजनों का दावा है कि अंश की हत्या कहीं और कर शव को तालाब में फेंक दिया गया। उनकी मांग थी कि पुलिस इस मामले की गहन जांच करे।

परिजनों ने आरोप लगाया कि

  • अंश को पहले मारा गया, फिर शव पर एसिड डाला गया।

  • पुलिस लापरवाही कर रही है, जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी हो।

स्थानीय लोगों का आक्रोश, सड़क जाम और प्रदर्शन

जब पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए दरभंगा डीएमसीएच (Darbhanga DMCH) भेजने की कोशिश की, तो आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने एसएच-75 (State Highway 75) पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया।

  • करीब एक घंटे तक सड़क जाम रहा।

  • प्रदर्शनकारियों ने थाने के पास लगे पोस्टर-बैनर फाड़कर आग लगा दी

  • टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया।

  • पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई।

  • कुछ उग्र प्रदर्शनकारियों ने थाने का गेट हिलाने की कोशिश की।

स्थिति को बिगड़ता देख सिटी एसपी अशोक चौधरी (City SP Ashok Chaudhary), एसडीपीओ ज्योति कुमारी (SDPO Jyoti Kumari) और अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा और प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा।

एफएसएल टीम और डॉग स्क्वायड की जांच जारी

इस मामले में फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) टीम और डॉग स्क्वायड को जांच में लगाया गया है।

एसडीपीओ ज्योति कुमारी ने बताया:

  • 30 मार्च को कमतौल थाना को मौखिक सूचना मिली थी

  • 31 मार्च को मृतक की मां रूपम कुमारी (Roopam Kumari) ने आवेदन देकर एफआईआर दर्ज करवाई

  • पुलिस मामले की जांच कर रही है, जल्द ही साक्ष्य मिलने पर कार्रवाई होगी।

  • अनुसंधान के लिए टेक्निकल सेल और गुप्तचर टीम को सक्रिय कर दिया गया है।

Darbhanga Police ने असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की चेतावनी दी

एसडीपीओ ज्योति कुमारी ने कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा हिंसा और उपद्रव फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भरोसा दिया कि पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

अंश की मौत ने पूरे कमतौल क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। परिजन इंसाफ की मांग कर रहे हैं, जबकि पुलिस वैज्ञानिक तरीके से जांच में जुटी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि जांच में क्या निष्कर्ष सामने आता है और दोषियों को कब तक सजा मिलती है।

मां की चीखों से गूंजा घटनास्थल, रो-रोकर हो रही थीं बेहोश

अंश का शव मिलने के बाद उसकी मां रूपम कुमारी (Roopam Kumari) का रो-रोकर बुरा हाल था। वह बार-बार बेहोश हो रही थीं, और साथ आईं महिलाएं उन्हें संभालने की कोशिश कर रही थीं। होश में आते ही वह चीख-चीखकर कहतीं:

“हे ईश्वर, हमने किसका क्या बिगाड़ा था जो आपने इतनी बड़ी सजा दी! मेरे इकलौते बेटे को छीन लिया। अब इसकी बहन कैसे जिंदा रहेगी?”

उनकी दर्द भरी पुकार सुनकर वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गईं। अंश के दादा बृज किशोर शर्मा (Brij Kishore Sharma) भी गहरे सदमे में थे, वह बुत बने खड़े रहे।

पिता दिल्ली से रवाना, पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल

अंश के पिता जीविकोपार्जन (Livelihood) के लिए दिल्ली में थे। जब उन्हें बेटे की मौत की खबर मिली, तो वे तुरंत घर के लिए रवाना हो गए।

  • पूरा क्षेत्र शोक और आक्रोश में डूबा है।

  • लोगों की मांग है कि पुलिस जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार करे

  • हत्या की घटना से गांव में मातम पसरा हुआ है।


तीन माह पहले हुई थी कुलदीप यादव की हत्या, पुलिस अब तक नाकाम

20 दिसंबर 2024 को किसान कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) की हत्या अब भी अनसुलझी

अंश की हत्या से पहले, करीब तीन महीने पहले 20 दिसंबर की रात कुम्हरौली बोरिंग (Kumhrauli Boring) पर सो रहे किसान कुलदीप यादव की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।

  • पुलिस ने परिजनों को भरोसा दिलाया था कि जल्द अपराधियों को पकड़ा जाएगा।

  • तीन महीने बीतने के बावजूद पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।

  • थानाध्यक्ष पंकज कुमार (Pankaj Kumar) का भी तबादला हो चुका है।

  • अब दूसरी हत्या ने पुलिस के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।

क्या पुलिस अंश की हत्या का भी कुलदीप यादव के केस जैसा ही हश्र करेगी, या इस बार पीड़ित परिवार को इंसाफ मिलेगा?

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