Darbhanga Sanskrit University Budget News: छात्रों की संख्या में लगातार कमी, वित्तीय संकट…उबरना है?

दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। छात्रों का हित हमारे लिए सर्वोपरि है और हम उन्हें अधिकतम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सदैव तत्पर हैं। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय (KSDSU) के कुलपति प्रोफेसर लक्ष्मी निवास पांडेय ने बुधवार को सीनेट की 48वीं बैठक के अध्यक्षीय अभिभाषण में यह बात कही।

छात्रों के लिए चल रही हैं छात्रवृत्ति योजनाएं

कुलपति ने कहा कि सुलभ छात्रवृत्ति एवं विश्वविद्यालय छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ छात्रों को मिल रहा है ताकि वे अपने अध्ययन कार्य को आसानी से संपन्न कर सकें। साथ ही, संस्कृत सम्भाषण शिविर और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है।

समाज में जागरूकता अभियान जारी

कुलपति ने चिंता जताई कि विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या में दिन-ब-दिन कमी आ रही है। इस समस्या के समाधान के लिए संस्कृत के प्रति रुचि बढ़ाने और समाज में जागरूकता लाने हेतु विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।

संस्कृत साहित्य के प्रचार हेतु विभिन्न मंच सक्रिय

पीआरओ निशिकांत ने बताया कि विश्वविद्यालय के पर्यावरण मंच, शास्त्र समवर्धनि परिषद्, युवा चेतना मंच, महिला मंच, संस्कृत प्रचार मंच, क्रीड़ा मंच एवं कलारञ्जनी मंच जैसे विभिन्न मंचों के माध्यम से संस्कृत भाषा एवं साहित्य की वेद, व्याकरण, ज्योतिष, दर्शन, आयुर्वेद आदि विधाओं का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

छात्रों की उपलब्धियां बढ़ा रहीं विश्वविद्यालय का गौरव

कुलपति ने गर्व से बताया कि विश्वविद्यालय के स्नातक छात्र देशभर के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों तथा विद्यालयों में संस्कृत शिक्षा के प्रतिष्ठित पदों पर कार्यरत हैं। कई छात्रों ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और सेना में भी नियुक्ति पाकर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है।

पठन-पाठन और परीक्षा प्रक्रिया में सुधार

कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय की अधिकांश मुख्य परीक्षाएं समय पर आयोजित हो रही हैं और शेष परीक्षाओं को भी शीघ्र नियमित कर लिया जाएगा। विश्वविद्यालय नामांकन, शिक्षण, परीक्षा एवं परीक्षाफल प्रकाशन की प्रक्रियाओं को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

वित्तीय संकट पर जताई चिंता

कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय को राज्य सरकार से केवल वेतन और पेंशन मद में राशि प्राप्त होती है, जबकि अन्य दैनिक आवश्यकताओं के लिए कोई आर्थिक सहायता नहीं मिलती। दैनंदिन खर्च, नगर निगम टैक्स, दूरभाष सेवा, जेनरेटर सेवा आदि के खर्च के लिए विश्वविद्यालय को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

समस्याओं के समाधान के लिए सदस्यों से सहयोग की अपील

अध्यक्षीय अभिभाषण में कुलपति ने सीनेट सदस्यों से आग्रह किया कि वे विश्वविद्यालय की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाकर समाधान का मार्ग प्रशस्त करें।

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