पहले प्रगति, फिर दुर्गति यही है दरभंगा की ‘ संस्कृति ‘

दरभंगा। हराही तालाब की स्थिति में बेमानी बदलाव सामने आया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रगति यात्रा के दौरान तालाब को साफ और सुंदर बनाने के प्रयास किए गए थे, लेकिन अब स्थिति पहले जैसी हो गई है। इस परिवर्तन को लेकर स्थानीय लोग नाराजगी जता रहे हैं।


मुख्यमंत्री के दौरे पर तालाब को किया गया सौंदर्यीकरण

अब कहिए…Waah Darbhanga!

मुख्यमंत्री के आगमन पर हराही तालाब को चमचमाता हुआ और सुगंधित दिखाया गया था। तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए नगर निगम ने लाखों रुपए खर्च किए थे। इस दौरान तालाब की सफाई और उसे आकर्षक बनाने के लिए कई कदम उठाए गए थे।


तालाब में फिर से गंदगी और सूअर की उपस्थिति

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हालांकि, कार्यक्रम खत्म होने के बाद तालाब की स्थिति फिर से खस्ताहाल हो गई। अब तालाब में गंदगी और कचरा इकट्ठा हो गया है और सूअर तालाब के आसपास मटरगश्ती करते दिख रहे हैं। इस बदलाव ने स्थानीय लोगों में असंतोष पैदा कर दिया है, जो इसे सिर्फ चुनावी दिखावा मानते हैं।


स्थानीय लोगों की नाराजगी और सवाल

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स्थानीय लोग सवाल कर रहे हैं कि सरकार इस पर सतत समाधान कब करेगी। किसी ने यह भी सुझाव दिया कि तालाब की सफाई के लिए वृक्षारोपण, पैदल पथ, और ऑक्सीजन मशीनों जैसी व्यवस्थाएं की जानी चाहिए, ताकि गंदगी और बदबू दूर हो सके।


आलोचना का कारण बन रही है एक रात में बदलाव

अब कहिए…Waah Darbhanga!

इस स्थिति पर आलोचना हो रही है कि मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान किए गए विकास कार्य एक रात में बदल गए। इससे यह सवाल उठता है कि क्या सरकारी योजनाएं केवल दिखावे के लिए होती हैं और क्या इन योजनाओं का स्थायी असर नहीं हो सकता?


निष्कर्ष:

हराही तालाब की सफाई और सौंदर्यीकरण के बाद जो बदलाव आया है, वह स्थानीय समस्याओं को उजागर करता है और सरकारी योजनाओं की प्रभावशीलता पर सवाल खड़ा करता है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि इस मुद्दे पर सतत समाधान लागू किया जाए ताकि तालाब की स्थिति फिर से खराब न हो।

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