बड़ी खबर, Darbhanga में विजलेंस की छापेमारी, पति सरकारी नौकर, पत्नी दरभंगा में डायरेक्टर? … इतने करोड़ कहां से आए साहब? नोटों का पहाड़, मंगाई मशीन! OhhMyGod! पढ़िए पूरी रिपोर्ट

Report Prabhas Ranjan | Darbhanga | दरभंगा के बिरला ओपन माइंड स्कूल (Birla Open Minds School) में निगरानी विभाग ने छापेमारी की है। इस स्कूल की फ्रेंचाइजी जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) रजनी कांत प्रवीण की पत्नी शुष्मा कुमारी के नाम पर है। उनकी पत्नी प्रतिदिन समस्तीपुर से आकर स्कूल का संचालन करती हैं।

चंपारण में भारी मात्रा में नकदी बरामद

रजनी कांत प्रवीण वर्तमान में पश्चिम चंपारण जिले में जिला शिक्षा पदाधिकारी के पद पर तैनात हैं। बेतिया के सरिसवा रोड स्थित उनके किराए के मकान पर बुधवार सुबह से ही विजिलेंस टीम ने छापेमारी की। सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।

1.87 करोड़ की अवैध संपत्ति का खुलासा

निगरानी विभाग के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में 1.87 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति का खुलासा हुआ है। यह संपत्ति उनके ज्ञात आय के स्रोतों से कहीं अधिक है।


रजनीकांत प्रवीण का करियर और विवाद

  • शिक्षा विभाग के 45वें बैच के अधिकारी: रजनीकांत प्रवीण ने 2005 में सेवा शुरू की।
  • पदस्थापन के स्थान: उन्होंने दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और अन्य जिलों में कार्य किया।
  • आरोप: अपने पद का दुरुपयोग कर अवैध संपत्ति अर्जित करने का।

पत्नी की भूमिका पर सवाल

  • शुष्मा कुमारी: संविदा शिक्षिका से बिरला ओपन माइंड स्कूल की निदेशक बनीं।
  • आरोप: स्कूल में रजनीकांत प्रवीण के अवैध रूप से अर्जित धन का निवेश हुआ है।

विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी

विजिलेंस टीम ने रजनीकांत प्रवीण के दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और अन्य ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। चार टीमों ने एक साथ कार्रवाई करते हुए यह जानकारी जुटाई।


भ्रष्टाचार का पर्दाफाश

निगरानी विभाग को विश्वसनीय सूचना मिली थी कि रजनीकांत प्रवीण ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध संपत्ति अर्जित की है। छापेमारी से भारी मात्रा में दस्तावेज और नकदी बरामद हुए हैं।


प्रशासन की टिप्पणी

निगरानी विभाग ने कहा है कि इस कार्रवाई के बाद दस्तावेजों और संपत्ति का गहराई से विश्लेषण किया जाएगा। दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

इलाके में हड़कंप

इस कार्रवाई के बाद सरकारी अधिकारियों के बीच भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों पर फिर से सवाल उठने लगे हैं। प्रशासन ने क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित की है।

निष्कर्ष: यह कार्रवाई भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के लिए सख्त चेतावनी है। निगरानी विभाग इस मामले में जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट जारी करेगा।

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