Darbhanga | दरभंगा के सिंहवाड़ा प्रखंड के टेकटार पंचायत में वर्ष 2017 में बनाए गए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का उद्घाटन 2019 में स्थानीय विधायक डॉ. फराज फातमी ने किया था। लेकिन चार साल बाद भी यह केंद्र चालू नहीं हो पाया है, जिससे लगभग 2000 लोगों की आबादी इलाज के लिए तरस रही है।
इलाज के लिए दूसरी जगहों पर जाने को मजबूर लोग
- टेकटार पंचायत के लोग इलाज के लिए दूसरे प्रखंडों या दरभंगा के सदर अस्पताल पर निर्भर हैं।
- दलित, महादलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक बहुल इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को उजागर किया है।
केंद्र में फैली गंदगी और उग आए जंगल
स्थानीय लोगों ने बताया कि हेल्थ सेंटर उद्घाटन के बाद कुछ दिन ही चला और फिर बंद हो गया। अब केंद्र के अंदर और बाहर झाड़ियों और गंदगी का अंबार लगा है। स्वास्थ्य विभाग की निगरानी पूरी तरह से नदारद है।
एएनएम की नियुक्ति केवल कागजों में
- कागज पर दो एएनएम की नियुक्ति दिख रही है।
- एक एएनएम 31 जनवरी को रिटायर हो रही हैं।
- दूसरी एएनएम को दरभंगा सदर में डेपुटेशन पर भेज दिया गया है।
- परिणामस्वरूप, केंद्र बिना स्टाफ के बंद पड़ा है।
स्थानीय लोगों की नाराजगी
स्थानीय ग्रामीण मोहम्मद गुलाब ने बताया कि उद्घाटन के बाद सेंटर कुछ दिन ही चालू हुआ और उसके बाद से बंद है। केंद्र की निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग का कोई भी अधिकारी अब तक वहां नहीं आया।
चिकित्सा पदाधिकारी का बयान
सिंहवाड़ा के चिकित्सा पदाधिकारी प्रेमचंद्र प्रसाद ने स्वीकार किया कि केंद्र पर कोई एएनएम मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि विधायक मुरारी मोहन झा से स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति के लिए अनुरोध किया गया है।
स्थानीय लोगों की मांग और प्रशासन की उदासीनता
- टेकटार पंचायत के गरीब लोग इलाज के अधिकार से वंचित हैं।
- ग्रामीणों ने हेल्थ सेंटर को जल्द चालू करने और स्टाफ की नियुक्ति की मांग की है।
- स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता और लापरवाही ने सरकार की ग्रामीण स्वास्थ्य योजनाओं पर सवाल खड़ा कर दिया है।
निष्कर्ष: टेकटार पंचायत का हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर प्रशासनिक लापरवाही का शिकार है। इसे जल्द से जल्द चालू करने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग को गंभीर कदम उठाने की जरूरत है ताकि क्षेत्र के लोग स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें।