Parliament Proceedings | मैथिली बनीं अब संसद की भाषा, हुईं संसद की कार्यवाही में शामिल

मैथिली संसद की कार्यवाही में शामिल 

➡️ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ऐतिहासिक घोषणा
➡️ मैथिली सहित छह भाषाओं में होगा संसद की कार्यवाही का रूपांतरण

दरभंगा, 11 फरवरी 2025

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से संसद की कार्यवाही को मैथिली सहित छह अन्य भाषाओं में रूपांतरित किए जाने की घोषणा का दरभंगा सांसद सह लोकसभा में भाजपा सचेतक डॉ. गोपाल जी ठाकुर और मधुबनी सांसद डॉ. अशोक कुमार यादव ने स्वागत किया है। उन्होंने साढ़े आठ करोड़ मिथिलावासियों की ओर से लोकसभा अध्यक्ष, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सहित केंद्र सरकार के प्रति आभार प्रकट किया।

सांसद गोपाल जी ठाकुर ने लोकसभा अध्यक्ष को किया सम्मानित

सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला से मुलाकात कर मैथिली भाषा को संसद की कार्यप्रणाली का हिस्सा बनाए जाने पर आभार जताया। इस दौरान उन्होंने—
✔️ पाग, अंगवस्त्र, मखाना की माला और मिथिला पेंटिंग भेंट कर लोकसभा अध्यक्ष का सम्मान किया।
✔️ इस निर्णय को मैथिली भाषा के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।
✔️ कहा कि वे स्वयं लोकसभा में मैथिली भाषा में शपथ लेते आए हैं और संसद में अपनी बात मैथिली में ही रखते हैं

मैथिली भाषा के लिए केंद्र सरकार के ऐतिहासिक निर्णय

सांसद डॉ. ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार का यह निर्णय दूरगामी और प्रभावी है। उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर मैथिली भाषा की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा—

  • अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मैथिली को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया
  • मोदी सरकार ने मैथिली को CBSE बोर्ड में शामिल कर इसे उच्चतर शिक्षा का माध्यम बनाया
  • मैथिली भाषा में संविधान विमोचन कर इसे न्यायिक कार्यों का हिस्सा बनाया गया
  • अब इसे संसदीय कार्यप्रणाली में स्थान देकर मोदी सरकार ने इस भाषा को और सशक्त किया

मैथिली भाषा के विकास के लिए संकल्पित सांसद ठाकुर

सांसद डॉ. ठाकुर ने कहा कि वे 2010 में बिहार विधानसभा सदस्य चुने जाने के बाद से ही सदन में मैथिली भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। 2019 में लोकसभा सदस्य बनने के बाद अपने दोनों कार्यकालों में वे संसद में हमेशा मैथिली में ही विषय रखते आए हैं

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को मैथिली भाषा का सबसे बड़ा हितैषी बताते हुए कहा कि—
✔️ कांग्रेस शासन में बिहार में उर्दू को दूसरी राजभाषा का दर्जा दिया गया।
✔️ भाजपा सरकार ने झारखंड में मैथिली को दूसरी राजभाषा घोषित किया

मैथिली भाषा को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम

सांसद ने कहा कि मोदी सरकार मैथिली भाषा के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। संसद की कार्यवाही में इसका समावेश भविष्य में मैथिली भाषा को और समृद्ध करने का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने इसे मिथिला क्षेत्र के लिए गौरव का क्षण बताया और इसके लिए केंद्र सरकार को साधुवाद दिया

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