बिहार में हवाई सेवाओं के विस्तार को लेकर एक नई पहल हो रही है। राज्य को जल्द ही चौथा हवाई अड्डा मिलने जा रहा है, जिससे सीमांचल क्षेत्र सीधे हवाई मार्ग से देशभर से जुड़ सकेगा। पूर्णिया एयरपोर्ट के विकास कार्य तेजी से जारी हैं, और उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में यहां से उड़ानें शुरू हो जाएंगी। इस परियोजना से बिहार के अलावा पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल और नेपाल के लोगों को भी लाभ मिलेगा।
पूर्णिया एयरपोर्ट का विकास और मौजूदा स्थिति:
बिहार सरकार और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयासों से पूर्णिया एयरपोर्ट के निर्माण को गति दी गई है। बिहार विधानसभा में 3 मार्च को पेश किए गए बजट में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने घोषणा की कि अगले तीन महीनों में यहां से विमान सेवा शुरू हो सकती है। हालांकि, अभी टर्मिनल भवन और अन्य सुविधाओं का विकास कार्य प्रगति पर है।
स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस एयरपोर्ट को जल्द शुरू करने की मांग की है। सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नागरिक उड्डयन मंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि इस एयरपोर्ट को जल्द से जल्द चालू किया जाए।
बिहार में हवाई कनेक्टिविटी का विस्तार:
पूर्णिया एयरपोर्ट के अलावा, राज्य में कई अन्य हवाई अड्डों पर भी काम किया जा रहा है। पटना के बिहटा में एक नया अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनने जा रहा है, जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द कर सकते हैं। इसके अलावा, नालंदा के राजगीर, पूर्वी चंपारण के रक्सौल और भागलपुर के सुल्तानगंज में नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट विकसित करने की योजना है।
इसके अलावा, सुपौल के बीरपुर, मधुबनी, सहरसा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, मुंगेर और पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर में छोटे हवाई अड्डों की स्थापना की जाएगी, जहां से 19 सीटर विमानों का संचालन किया जा सकेगा। इससे राज्य के दूरदराज के इलाकों को भी हवाई सेवा का लाभ मिलेगा।