समस्तीपुर जंक्शन पर मंगलवार सुबह एक दंपती के बेहोश मिलने की घटना ने स्थानीय लोगों और रेलवे अधिकारियों को चौंका दिया। यह घटना कई सवाल खड़े करती है—क्या यह नशाखोरी का मामला है, जहरखुरानी गिरोह की साजिश, या फिर कुछ और?
रेलवे कर्मियों ने जंक्शन के कारखाना क्षेत्र में सुबह एक दंपती को बेहोशी की हालत में पाया, जिनके पास से कोई सामान बरामद नहीं हुआ। उनके साथ मौजूद दो छोटे बच्चे डर और असमंजस की स्थिति में पाए गए। दंपती की पहचान विभूतिपुर थाना क्षेत्र के टभका गांव निवासी गणेश पासवान और उनकी पत्नी के रूप में हुई है।
चश्मदीदों के अनुसार, दंपती के मुंह से झाग निकल रहा था, जिससे यह अंदेशा लगाया गया कि उन्होंने जहरीला पदार्थ खाया हो सकता है। हालांकि, रेलवे पुलिस का मानना है कि यह नशाखुरानी गिरोह का भी मामला हो सकता है। उनके पास से ग्वालियर से नई दिल्ली और झांसी से मुजफ्फरपुर तक के दो टिकट बरामद हुए हैं।
रेलवे पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दंपती को सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच रेफर किया गया। बच्चों ने बताया कि माता-पिता के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, लेकिन उनकी छोटी उम्र के कारण घटनाक्रम का स्पष्ट चित्रण संभव नहीं हो पाया।