Cyber Fraud : साइबर ठगों ने की 7 करोड़ की ठगी ! नौकरी दिलाने नाम पर नेपाल में युवाओं को लगाया चूना, 5 गिरफ्तार.

Cyber Fraud : बिहार के अररिया से साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। जिसमें जोगबनी के केशव यादव समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन पर नेपाली नागरिकों को कमीशन का लालच देकर छह महीने में करीब सात करोड़ रुपये ठगने का आरोप है। यह गिरोह विदेश में नौकरी का लालच देकर ऑनलाइन ठगी करता था। नेपाली नागरिकों के नेपाल स्थित बैंक खातों में पैसे भेजे जाते थे। बदले में उन्हें कमीशन दिया जाता था।

नौकरी दिलाने के नाम पर नेपाल में ठगी :

धोखाधड़ी का यह नेटवर्क नेपाल और भारत दोनों जगह फैला हुआ था। जोगबनी के केशव यादव को इस गिरोह का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। वह नेपाली नागरिकों से बैंक खाते खुलवाता था और ठगी के पैसों के लेन-देन के लिए उनका इस्तेमाल करता था। बदले में खाताधारकों को ₹5000 तक का कमीशन दिया जाता था। ठगी के पैसे को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर निकाल लिया जाता था।

जोगबनी से पांच गिरफ्तार:

केशव यादव सोशल मीडिया के जरिए लोगों को अमेरिका, यूरोप और कनाडा जैसे देशों में नौकरी का झांसा देता था। वह ऑनलाइन विज्ञापन देकर लोगों को फंसाता था। वह नेपाली नागरिकों को कमीशन का लालच देकर अपने जाल में फंसाता था। पीड़ितों ने नेपाल पुलिस के साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। जांच के बाद जोगबनी और नेपाल के अलग-अलग जगहों से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया।

गिरोह में चार नेपाली नागरिक:

गिरफ्तार किए गए लोगों में केशव यादव के अलावा चार नेपाली नागरिक भी शामिल हैं। इन नेपाली नागरिकों पर केशव यादव के लिए बैंक खाते खोलने और चलाने का आरोप है। वे कमीशन के लालच में केशव यादव के साथ मिलकर काम करते थे। गिरफ्तार नेपाली नागरिकों में रोहित कुमार पासवान, बुधनारायण मल्लाह, करण उर्फ ​​अमित राय और बोधराज राजवंशी शामिल हैं।

विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी:

मोरंग पुलिस के प्रवक्ता और डीएसपी वेद प्रकाश जोशी ने बताया कि विराटनगर के महेश कुमार चौधरी ने सोशल मीडिया पर विदेश में नौकरी का विज्ञापन देखा। उसने कई किस्तों में 66 लाख 67 हजार रुपये भेजे। लेकिन उसे विदेश नहीं भेजा गया। बार-बार तारीख बदलने पर उसने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने जांच के बाद इस गिरोह का पर्दाफाश किया।

गिरोह का सरगना केशव यादव:

डीएसपी जोशी के अनुसार केशव यादव इस गिरोह का सरगना है। पुलिस कई एंगल से मामले की जांच कर रही है। केशव यादव दिहाड़ी मजदूरी करने वाले नेपाली नागरिकों से जान-पहचान बढ़ाता था। उन्हें कुछ पैसे देकर उनके नाम से बैंक खाते खुलवाता था। फिर इन खातों का इस्तेमाल अपने अवैध कारोबार के लिए करता था।

करीब सात करोड़ की ठगी:

मोरंग जिला पुलिस के प्रवक्ता के अनुसार केशव यादव ने पिछले छह महीने में दो सौ से अधिक लोगों से सात करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। पुलिस अन्य इलाकों में ठगी के शिकार हुए लोगों से भी जानकारी जुटा रही है। जोगबनी में भारतीय मोबाइल नेटवर्क मिलना मुश्किल है, जबकि नेपाली मोबाइल नेटवर्क आसानी से उपलब्ध है। अंतरराष्ट्रीय रोमिंग की सुविधा भी स्वत: उपलब्ध है। इसका फायदा अपराधी, ड्रग माफिया और जालसाज उठाते हैं। इसलिए जिला प्रशासन और टेलीकॉम कंपनियों को सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। ताकि भोले-भाले लोग ठगी का शिकार न बनें।

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