*भगवान से कुछ काम करना है तो नाम को पकड़ो
(हरिप्रसाद शर्मा)नैमिषारण्य तीर्थ / सीतापुर/ भगवान श्रीजगन्नाथ के द्वितीय वार्षिक पाटोत्सव एवं श्री लक्ष्मीनारायण यज्ञ के साथ संगीतमय नौ दिवसीय श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन सुप्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में भव्य सजावट के साथ विघुत स्वचालित लाइट से सजा गया । वहीं भगवान जगन्नाथ को प्रातः एवं सांय विभिन्न प्रकार के आभूषणों व वस्त्रों से शृंगार किया गया ।
व्यासपीठ से रामानुजाचार्य पुष्कर पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामचन्द्राचार्य ने श्रीराम कथा के सातवें दिवस शनिवार को श्रौताओं को कहा कि धर्म की रक्षा करने वाला मोक्ष को प्राप्त करता है । उन्होंने कहा कि भगवान राम ने धर्म की शिक्षा दी है । भरत ने जगत को भक्ति का पाठ पढ़ाया है । कथा में स्वामी जी ने राम जन्मोत्सव के साथ बताया कि वशिष्ठ जी ने चारों भाईयो का नामकरण करते हुए उनके चरित्र का वर्णन करते हुए श्रोताओं को सरल भाषा में समझाया है । जगद्गुरु ने कहा कि भगवान से कुछ काम करना है तो नाम को पकड़ो, राम का नाम श्रणागत है । आज भगवान ही जीने का आधार है । कथा के दौरान श्रीराम जी का वनवास व भरत चरण पादुका से धर्म की रक्षा करना, चारों आश्रमों के अलग-अलग ढंग से कथा में श्रोताओं को बताया गया । लेकिन भरत को चारों आश्रमों का एक आदर्श बताया है । भरत ने सबको धर्म से जोड़ा है ।
कथा का श्रवण करने के लिए दूर दराज़ से विद्वान संतों का कथा के दौरान आगमन होता है ।शनिवार को कथा श्रवण हेतु परम पूज्य संत लक्ष्मी प्रपन्ना त्रिदण्डी स्वामी बक्सर एवं स्वामी रामद्राचार्य बलिया,गया पीठाधीश्वर जगद्गुरु व पुष्कर अष्ठ भू बैकुंठ आश्रम के स्वामी वेंकटेश प्रपन्नाचार्य की उपस्थिति रहे।
व्यासपीठ से जगद्गुरु स्वामी रामचन्द्राचार्य का पत्रकार हरिप्रसाद शर्मा सपत्नीक शिक्षाविद श्रीमती हरिइच्छा पाराशर राजस्थानी पगड़ी व शाल ओढ़ाकर कर स्वागत किया तत्पश्चात् पत्रकार शर्मा ने व्यासपीठ का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया । इनके साथ रायपुर मारवाड़ से श्रीमती कौशल्या देवी भी थी।
श्रीराम कथा की यजमान सवाई माधोपुर की सुश्री अर्चना गुप्ता एवं उनकी परिवार रहा, पुजारी रामदास, सवाई माधोपुर लक्ष्मीनारायण मंदिर के व्यवस्थापक सुरेश सिंहल, सुमित्रा देवी, जिन्होंने श्रीराम कथा का पूजन व आरती की।पिछले दो दिनों से जगद्गुरु स्वामी रामचन्द्राचार्य के सान्निध्य में प्रातः व सांयकाल लक्ष्मी नारायण यज्ञ प्रतिदिन हो रहा है । जिसको आचार्यत्व नन्दकिशोर शास्त्री के द्वारा विद्वान पंडितों यज्ञ किया जा रहा है । जिसमें हज़ारों श्रद्धालुओं ने अपनी भागीदारी देकर यज्ञ में आहूति दे रहे हैं ।
वहीं कथा श्रवण करने के लिए स्वामी अनिरूध्दाचार्य, स्वामी चतुर्भुज दास महाराज,पंडित नन्दकिशोर शास्त्री,उपेंद्र सिंह राजावत सवाई माधोपुर , श्रीमती मधु कंवर ,अवध बिहारी मिश्रा फर्रुखाबाद से श्रीमती कुंती मिश्रा ,मुनेंद्र सिंह बदायूं जनपद, रायपुर मारवाड़ से श्रीमती कौशल्या देवी, तीर्थराज पुष्कर से शिक्षाविद श्रीमती हरिइच्छा पाराशर ,हरिप्रसाद शर्मा , भाधव, आलोक मिश्रा , गुरूप शास्त्री, विमल मिश्रा,आदि के अलावा हज़ारों महिला- पुरूषों ने श्रीराम कथा का श्रवण कर लाभ उठा रहे है ।
शनिवार को प्रातः दस बजे भगवान का अभिषेक किया जाएगा तत्पश्चात् सांयकाल अन्नकूट का भोग लगाया जाएगा साथ ही जगद्गुरु स्वामी रामचन्द्राचार्य ने भगवान जगन्नाथ की महाआरती की । आरती के पश्चात सभी श्रद्धालुओं को अन्नकूट के 56 भोग का। प्रसाद का वितरण किया गया ।रविवार को प्रातः भगवान जगन्नाथ के पाट्टोत्सव लक्ष्मीनारायण यज्ञ की पूर्णाहुति होगी।