पुष्कर तीर्थ को विशेष धार्मिक पर्यटन विकास के रूप में विकसित करने की माँग- पाराशर

*धार्मिक पर्यटन विकास की असीम संभावनाएँ
*श्री ब्रह्मा पुष्कर कॉरिडोर निर्माण ,बिना किसी प्रकार की अनावश्यक तोड़फोड़ हो
*पुष्कर सरोवर 52 घाटों से प्रतिदिन महा आरती हो

(हरिप्रसाद शर्मा) पुष्कर/ अजमेर राज्य सरकार की पंच गौरव कार्य योजना को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता एवं श्री ब्रह्मा गायत्री विकास संस्थान के सचिव अरुण पाराशर ने सोमवार को जिला कलेक्टर अजमेर से व्यक्तिश: भेंट कर पुष्कर तीर्थ को विशेष धार्मिक पर्यटन विकास के रूप में विकसित करने के कार्यों का चिन्हीकरण करवाने तथा पुष्कर तीर्थ में सौंदर्यीकरण, जन सुविधाएं विकसित कर तीर्थ को विशिष्ट पहचान के माध्यम से वैश्विक स्तर पर पहुंचाने के लिए धार्मिक पर्यटन विकास की असीम संभावनाओं के सम्बन्ध में सुझाव पत्र सौंपकर तीर्थ विकास के महत्वपूर्ण कार्यों पर विस्तृत चर्चा की तथा जिला कलेक्टर ने पाराशर द्वारा प्रस्तुत प्रत्येक सुझाव पर गंभीरता से जानकारी ली व सभी प्रस्तावित विकास कार्यों की सराहना करते हुए आश्वस्त किया है ।उन्होंने कहा कि आपके सुझावों को पंच गौरव योजना में शामिल किया जाएगा।

पाराशर द्वारा पंच गौरव योजना में कई महत्व पूर्ण विकास कार्यों को शामिल करने का आग्रह किया गया है।पवित्र पावन तीर्थ भूमि पर श्री ब्रह्मा पुष्कर कॉरिडोर निर्माण ,बिना किसी प्रकार की अनावश्यक तोड़फोड़ किए के किया जावें ।
पाराशर ने बताया कि पवित्र ब्रह्म सरोवर में स्नान , पूजा आरती ,श्राद्घ तर्पण के लिए एक समान निर्मल जल स्तर की व्यवस्था हो।
पुष्कर सरोवर के घाटों का सौंदर्यकरण व यात्री जन सुविधाओं में लेडीज चेंज रूम, टीन शेड हटाकर स्थाई वरांडे निर्माण, लाइटिंग व सार्वजनिक ध्वनि प्रसारण तंत्र सुविधा सरोवर परिक्रमा के साथ साथ ,सप्तकोसी, चौईस कोसी, चौरासी कोसी परिक्रमा परिक्षेत्र स्थित मार्ग व जीर्ण क्षीर्ण दर्शनीय स्थलों का विकास किया जावे।

संत नगरी, श्री पुष्कर तीर्थ दर्शन, भारत दर्शन पेनोरोमा थीम पार्क निर्माण भी कराया जाए।
सप्त ऋषि प्रवेश द्वार, सावित्री माता मंदिर परिक्रमा मार्ग निर्माण । उच्च स्तरीय सुविधा युक्त वृहद विश्राम स्थली, वातानुकूलित पांच हजार लोगों की क्षमता युक्त विशाल सभागार ,धार्मिक सामाजिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन के लिए किया जाना चाहिए। पुष्कर सरोवर 52 घाटों से प्रतिदिन महा आरती आयोजन के अलावा सरोवर पर प्रतिदिन लाइट एंड साउंड शो चलचित्र के माध्यम से पुष्कर तीर्थ के साथ अन्य तीर्थ के महात्म्य और इतिहास का प्रदर्शन किया जाए।

पाराशर ने अपने सुझावों में महत्वपूर्ण मुद्दा स्थानीय अति प्राचीन दर्शनीय मंदिर स्थलों के विकास के साथ इनके नियमित दर्शन यात्रा के लिए धार्मिक पर्यटन सर्किट योजना कार्य हो ।

पुष्कर तीर्थ में वृहद वाचनालय सनातन हिंदू धर्म ग्रंथ शास्त्र के साथ,वृहद योग, विपश्यना, वेद शाला शास्त्र पुराण आदि ग्रंथ शोध केंद्र, श्री ब्रह्मा गायत्री यज्ञ शाला, गुरुकुल संस्कृत शिक्षा केंद्र। सेंडयून सन सेट पॉइंट मय फूड कोर्ट व यातायात सुख सुविधाओं का उच्च स्तरीय सुधार कार्य कराया जाना संभव है । वहीं तीर्थ यात्री, पर्यटकों की सुख सुविधाओं में ,पुष्कर घाटी मार्ग फोर लेन, मय डिवाइडर निर्माण,उच्च स्तरीय बस अड्डे व पार्किंग स्थल जैसे बुनियादी विकास कराएं जाएं।

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