नवादा में सीआरपीएफ जवान पर जानलेवा हमला, ई-रिक्शा पर घायल जवान परिवार के साथ गुहार लगाने पहुंचा एसपी कार्यालय, दहशत में परिजन, पढ़ें पूरी खबर

दबंग पड़ोसी ने मामूली बात पर किया मारपीट, सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा जवान, समाहरणालय पहुंचा घायल जवान ने कहा इंसाफ नहीं मिला तो छोड़ देंगे बिहार
नवादा में सीआरपीएफ जवान के साथ दूसरी अपराधिक घटना आया सामने, इसके पूर्व सीआरपीएफ जवान की लापता मासूम काव्या की हो चुकी है हत्या

Report by Nawada News Xpress

नवादा / सूरज कुमार

नवादा जिले में अपराधियों का मनोबल दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। हालात यह हो गई कि अब देश की सुरक्षा प्रहरी को भी अपराधी निशाना बनाने लगे हैं। जिले में लगातार दो ऐसी वारदात सामने आई है, जिसमें पहली घटना सीआरपीएफ जवान की मासूम पुत्री काव्या की अपहरण कर हत्या कर दी गई, तो दूसरी ओर नगर के बुधौल गांव के समीप घर बना रहे एक सीआरपीएफ जवान को मामूली बात पर दबंगों ने जमकर पिटाई करते हुए घायल कर दिया।

नगर के बुधौल गांव के समीप सीआरपीएफ 184- बटालियन जवान पश्चिम बंगाल के झार ग्राम में पोस्टेड कृष्ण कन्हैया को शनिवार के दिन पड़ोस के दबंगांे ने मारपीट कर घायल कर दिया, जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। बताया जाता है कि जानमाल की सुरक्षा को लेकर इलाज कराने के बाद ई-रिक्शा पर लदाकर एसपी से मिलने समाहरणालय स्थित कार्यालय पहुंचे तब मीडिया को सारी जानकारी दी।

कार्यालय में एसपी के नहीं मिलने पर दहशत में पूरा परिवार वापस लौट गये। घायल सीआरपीएफ जवान कृष्ण कन्हैया मूल रूप से रोह प्रखंड के सिउर गांव का रहने वाला है, वर्तमान में नगर के न्यू एरिया मुहल्ले में सपरिवार किराये पर रह रहे हैं और नगर के बुधौल गांव के समीप अपना नया घर बना रहे हैं, जहां मारपीट की घटना हुई। घायल सीआरपीएफ जवान ने बताया कि पड़ोस के रहने वाले मुकेश सिंह व उनके दो पुत्रों द्वारा मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया है।

उन्होंने बताया कि घर के दरवाजे पर रखी बाल्टी गायब होने पर वहां रहे अगल-बगल के लोगों से पूछताछ करने पर मुकेश सिंह भड़क गये और अपने दो पुत्रों के साथ मारपीट कर अधमरा कर दिया। उन्होंने एसपी से गुहार लगाते हुए कहा कि यदि एक जवान को इंसाफ नहीं मिलेगा तो हम बिहार राज्य ही छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि हम देश की सुरक्षा के लिए जान दे सकते हैं, पर कानून को हाथ में नहीं ले सकते हैं।

ऐसे में बिहार में रहकर अपने परिवार की जान जोखिम में नहीं डाल सकते हैं। फिलवक्त जिले में जो हालात अपराध की बन गई है, उससे आम आदमी ही नहीं बल्कि देश के जवान भी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। हालांकि एसपी के नहीं मिलने से मायूस सीआरपीएफ जवान अपने परिजनों के साथ दहशत में वापस घर लौट गये।

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