नवादा पुलिस ने शहर से किस 50 हाजार के इनामी नक्सली कमांडर को किया गिरफ्तार, दस वर्षों से चल रहा था फरार, पढ़ें पूरी खबर

गिरफ्तार नक्सली उमेश रविदास वर्ष 2015 में कौआकोल के सेखोदेवरा में मचाया था आतंक, नवादा पुलिस ने नगर थाना क्षेत्र के सदर अस्पताल के पास से किया गिरफ्तार, प्रेसवार्ता कर एसपी ने दी जानकारी

Report by Nawada News Xpress

नवादा / सूरज कुमार

नवादा पुलिस ने पिछले दस सालों से फरार चल रहे 50 हजार के इनामी नक्सली कमांडर को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार नक्सली कमांडर जिले के कौआकोल थाना क्षेत्र के लालपुर गांव निवासी पुना रविदास का पुत्र उमेश रविदास है। इस सम्बंध में एसपी अभिनव धीमन ने प्रेसवार्ता आयोजित कर इसकी विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि

30 जनवरी 2015 को कौआकोल थाना क्षेत्र अंतर्गत सोखोदेरा में लगभग 150 से 200 नक्सलियों द्वारा आधुनिक हथियार से लैश होकर दो ट्रैक्टर को बीच बाजार में जला दिया था। उसके बाद नक्सलियों ने स्थानीय लोगों से बाइक छीन लिया था। उन्होंने बताया कि उक्त सभी नक्सलियों के द्वारा बस्तर में सरकार द्वारा चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान का विरोध तथा बंद का घोषणा किया था, जिसमें कौआकोल को भी बंद कराया जा रहा था।

इस दौरान नक्सलियों द्वारा स्थानीय लोगों के साथ मारपीट भी किया गया था। एसपी ने बताया कि बंद का नेतृत्व करने वालों में अन्य कमांडर के साथ कौआकोल का रहने वाला उमेश रविदास भी शामिल था। घटना के बाद पुलिस द्वारा घटना की प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया।

प्राथमिकी में उक्त नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी, परंतु उमेश रविदास कई वर्षों से फरार चल रहा था। पुलिस इसके मूवमेंट को लगातार ट्रेस कर रही थी। गिरफ्तार नक्सली उमेश के फरार रहने के कारण पुलिस द्वारा इसके उपर 50,000 रूपये का इनाम भी घोषित किया गया था।

उन्होंने बताया कि 29 जनवरी 2025 को गुप्त सूचना मिली कि उमेश रविदास किसी काम से नवादा आया हुआ है। सूचना पर त्वरित कारेवाई करते हुए एसपी श्री धीमन के निर्देश पर एसडीपीओ पकरीबरावां एवं कौआकोल थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस बलों ने घेराबंदी कर उक्त अभियुक्त को नगर थाना क्षेत्र के सदर अस्पताल के पास से गिरफ्तार करने में सफल रहे।

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली कमांडर उमेश को थाना परिसर लाया गया एवं उससे सघन पूछताछ की गई। पूछताछ के क्रम में उसने 10 वर्ष पूर्व उक्त घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि उक्त अभियुक्त के विरुद्ध कई अपराधिक कांड भी दर्ज हैं, जिसका अवलोकन किया जा रहा है। मौके पर पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी तथा कौआकोल थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस कर्मी मौजूद थे।

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