जब बच्चों ने अपने माता-पिता का पांव पखार कर किया पूजा तो माता-पिता की आंखों में छलक आए आंसू, पाश्चात्य सभ्यता के जगह बच्चों को सिखाया जा रहा भारतीय संस्कृति और सभ्यता
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

एक तरफ जहां पूरी दुनिया 14 फरवरी को लोग पाश्चात्य सभ्यता से जुड़े वैलेंटाइन डे मनाने जुटे थे, वहीं सुदृढ़ शिक्षा और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित बिहार के प्रतिष्ठित संस्थानों में अग्रणी मॉडर्न शैक्षणिक समूह नवादा के द्वारा संचालित विद्यालयों में मॉडर्न इंगलिश स्कूल न्यू एरिया,

मॉडर्न इंगलिश स्कूल कुंतीनगर, न्यू मॉडर्न इंगलिश स्कूल न्यू एरिया, मॉडर्न चिल्ड्रन स्कूल पुरानी कचहरी, मॉडर्न पब्लिक स्कूल रामनगर, मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल हिसुआ एवं मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल नारदीगंज में मातृ-पितृ पूजन दिवस का भव्य आयोजन किया गया। इस कड़ी में मॉडर्न इंगलिश स्कूल कुंती नगर में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत

मॉडर्न शैक्षणिक समूह के अध्यक्ष डॉ अनुज सिंह, प्राचार्य गोपाल चरण दास, मिथिलेश कुमार विजय एवं बच्चों के माता-पिता के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में शामिल बच्चों ने अपने माता-पिता का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया। इस दौरान बच्चों और उनके माता-पिता के आंखें भर आई।

बच्चों ने अपने माता-पिता के चरण धोए। जिसमें छोटे-छोटे बच्चों ने अपने माता-पिता का पूजा किया, उन पर पुष्प वर्षा की और फिर तिलक लगाकर उनकी आरती की। वहीं इस दौरान माता-पिता ने अपने बच्चों की लंबी उम्र की कामना की। बच्चे जिस समय अपने माता-पिता से पूजन के दौरान गले लगे सभी का हृदय द्रवित हो गया। पूजन के सामूहिक दृश्य से सभी आनंदित थे।

इस अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में मॉडर्न समूह के अध्यक्ष डॉ अनुज ने कहा कि आज का दिन माता-पिता के समर्पण का दिन है। माता-पिता प्रत्यक्ष रूप से ईश्वर के रूप में होते हैं। माता और पिता का बच्चों के साथ समय बीतना चाहिए। उनसे बातें करनी चाहिए। संतान को अपने माता-पिता से प्रतिदिन कुछ देर उसके विचारों को साझा करनी चाहिए।

माता-पिता का भी बच्चों के प्रति मित्रवत व्यवहार हो। माता-पिता भी अपने संतान पर विश्वास रखें, उनका हौसला बढ़ाए। माता-पिता की सेवा कर हम अपना सिर्फ कर्तव्य का निर्वहन करते हैं। इसलिए कम से कम अपने कर्तव्य के पालन में हम चूक ना करें। हमें अपनी संस्कृति को नहीं भूलनी चाहिए। इस दौरान विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा माता-पिता को समर्पित गीत, भजन, नृत्य आदि की प्रस्तुति दी गई,

जिसमें सौम्या, रानी, अर्जित, समीक्षा ग्रुप ने गणेश वंदना के साथ नृत्य प्रस्तुति कर कार्यक्रम का आगाज किया। नर्सरी एवं यूकेजी के नन्हे मुन्ने बच्चों के द्वारा मुझे माफ करना ओ साईं राम गीत पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति की गई। जोया, खुशी, कनिका ग्रुप के द्वारा ओ माता-पिता तुझे वंदन गीत की मधुर प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया।

हंसिनी रितिका ग्रुप ने बाबा मैं तेरी मल्लिका गीत पर शानदार नृत्य की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का आकर्षण आलिया आस्था ग्रुप के द्वारा वृद्धाआश्रम पर आधारित नाटक की प्रस्तुति रही। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य गोपाल चरण दास ने बच्चों को संबोधित करते हुए

कहा कि माता-पिता के बिना हमारा जीवन अधूरा है, हम अपने मां-बाप के कर्ज को कभी नहीं चुका सकते हैं। उन्होंने बच्चों से अपने मां-बाप की सेवा करने का आग्रह किया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की गई। कार्यक्रम के संचालन में सभी विद्यालयों के शिक्षकों की महती भूमिका रही।
