बिहार बाल भवन किलकारी में शुक्रवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर विज्ञान विद्या का शुभारंभ किया गया। यह एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे बच्चों में वैज्ञानिक सोच और नवीन प्रयोगों के प्रति रुचि को बढ़ावा मिलेगा। अब तक किलकारी बाल भवन में बच्चों को हस्तकला, शिल्पकला, मूर्तिकला सहित 12 विद्याओं का प्रशिक्षण दिया जाता था। विज्ञान में बच्चों की बढ़ती रुचि को देखते हुए, इस वर्ष से विज्ञान विद्या को भी इस प्रशिक्षण सूची में शामिल किया गया है।
अतिथियों ने किया विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन
इस अवसर पर बच्चों द्वारा तैयार की गई विज्ञान प्रदर्शनी का अतिथियों ने अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में बच्चों ने विज्ञान से जुड़े रोचक और ज्ञानवर्धक मॉडल प्रस्तुत किए, जिनमें सौर ऊर्जा से चलने वाले उपकरण, जल संरक्षण के तरीके, पर्यावरण संरक्षण से संबंधित प्रयोग, तथा इलेक्ट्रिक सर्किट मॉडल शामिल थे। इन मॉडलों को देखकर अतिथि काफी प्रभावित हुए और बच्चों की रचनात्मकता की सराहना की।
विज्ञान विद्या से बच्चों को मिलेगा नया मंच
किलकारी बाल भवन के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक पुष्कर मिश्रा ने कहा कि यह पहल बच्चों के लिए एक नया मंच प्रदान करेगी, जहां वे विज्ञान के क्षेत्र में अपनी रुचि को और अधिक निखार सकेंगे। उन्होंने कहा कि विज्ञान विद्या के माध्यम से बच्चों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने, प्रयोग करने और नई खोजों की ओर प्रेरित करने का प्रयास किया जाएगा।
मुख्य अतिथियों की महत्वपूर्ण उपस्थिति
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला स्कूल के प्रभारी प्राचार्य उपस्थित थे। उनके अलावा, किलकारी के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक पुष्कर मिश्रा, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी यशस्वी निधि, प्रशिक्षिका आयुषी कुमारी, प्रियंका कुमारी सहित बड़ी संख्या में बच्चे और अभिभावक उपस्थित थे। सभी ने विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन किया और बच्चों के उत्साह की सराहना की।
बच्चों ने दिखाया विज्ञान के प्रति उत्साह
प्रदर्शनी में भाग लेने वाले बच्चों में विज्ञान के प्रति गजब का उत्साह देखने को मिला। उन्होंने अपने प्रयोगों और मॉडल्स को समझाने में विशेष रुचि दिखाई। बच्चों ने बताया कि विज्ञान विद्या के शुभारंभ से उन्हें नई चीजें सीखने और वैज्ञानिक प्रयोग करने का अधिक अवसर मिलेगा।
भविष्य में और भी विज्ञान गतिविधियां होंगी आयोजित
कार्यक्रम के अंत में आयोजकों ने यह घोषणा की कि आगे भी किलकारी बाल भवन में विज्ञान से जुड़ी और गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इनमें विज्ञान कार्यशालाएं, विज्ञान आधारित प्रतियोगिताएं, तथा विज्ञान प्रदर्शनी जैसी पहल शामिल होंगी। इससे बच्चों को वैज्ञानिक सोच विकसित करने और अपनी रचनात्मकता को निखारने का अवसर मिलेगा।
निष्कर्ष
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर किलकारी बाल भवन में विज्ञान विद्या के शुभारंभ से बच्चों को एक नया मंच मिला है, जिससे वे विज्ञान के क्षेत्र में अपनी रुचि को और अधिक विकसित कर सकते हैं। विज्ञान प्रदर्शनी के माध्यम से बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और विज्ञान के प्रति अपनी रुचि को दर्शाया। यह पहल न केवल बच्चों के बौद्धिक विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि उन्हें भविष्य के वैज्ञानिक बनने की दिशा में प्रेरित भी करेगी।