मुंगेर में कस्तूरबा वाटर वर्क्स से मिलने वाले पानी के शुद्धता की जांच की गई, जानिए क्या पीने लायक है पानी

मुंगेर जिले में जल आपूर्ति को लेकर बीते दिनों एक महत्वपूर्ण मामला सामने आया था, जिसमें कस्तूरबा वाटर वर्क्स स्थित पुराने वाटर प्लांट से अशुद्ध पानी की आपूर्ति किए जाने की आशंका व्यक्त की गई थी। इस संबंध में नागरिकों की शिकायतों के बाद प्रशासन ने इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाई और कमेटी से जांच कराने की बात कही गई। इसके बाद, जिला प्रशासन की ओर से इस मामले में ठोस कदम उठाते हुए विस्तृत जांच के निर्देश दिए गए।

जांच दल का दौरा और प्रमुख अधिकारी

जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, मंगलवार को वरीय उप समाहर्ता पुष्पा कुमारी के नेतृत्व में नगर आयुक्त कुमार अभिषेक और उपनगर आयुक्त हेमंत कुमार की टीम ने कस्तूरबा वाटर वर्क्स का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने जल शुद्धता की बारीकी से जांच की और विभिन्न तकनीकी मापदंडों के आधार पर जल गुणवत्ता को परखा।

जल शुद्धता की जांच प्रक्रिया

अधिकारियों द्वारा जांच के दौरान सबसे पहले गंगा से लाए गए और स्टोरेज किए गए कच्चे पानी तथा फिल्टर किए गए पानी की गुणवत्ता पर ध्यान दिया गया। इसके लिए टीडीएस (टोटल डिसॉल्व्ड सॉलिड्स) की जांच की गई, जिससे पानी में मौजूद घुलित ठोस पदार्थों की मात्रा का पता चलता है।

  • टीडीएस जांच के परिणाम
  • टीम द्वारा की गई जांच में निम्नलिखित परिणाम सामने आए:
  • फिल्टर पानी का टीडीएस स्तर: 216 मिलीग्राम प्रति लीटर पाया गया।
  • रॉ वाटर (गंगा से लाकर स्टोर किया गया पानी) का टीडीएस स्तर: 720 मिलीग्राम प्रति लीटर पाया गया।

नगर आयुक्त कुमार अभिषेक ने बताया कि मानक के अनुसार प्रति लीटर पानी में टीडीएस की मात्रा 150 से 500 मिलीग्राम के बीच होना चाहिए, जिससे वह पीने योग्य और सुरक्षित माना जाता है। फिल्टर किए गए पानी का टीडीएस 216 मिलीग्राम था, जो पूरी तरह से सुरक्षित और शुद्ध है।

पुराने वाटर प्लांट को लेकर स्पष्टीकरण

कुछ रिपोर्टों में यह दावा किया जा रहा था कि पुराने वाटर प्लांट से अशुद्ध पानी की आपूर्ति हो रही थी, लेकिन जांच के दौरान अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि वह प्लांट कई महीनों से बंद पड़ा था और वहां से किसी भी प्रकार की जलापूर्ति नहीं की जा रही थी।

जल शुद्धता पर प्रशासन की गारंटी

अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वर्तमान में शहरवासियों को जो जलापूर्ति की जा रही है, वह पूरी तरह से शुद्ध और मानकों के अनुरूप है। सोमवार को प्रशासन ने विशेष रूप से बंद पड़े प्लांट को फंक्शनल कर जांच करवाई, जिसमें पानी के टीडीएस की भी जांच की गई। इस जांच में किसी प्रकार की अशुद्धता नहीं पाई गई।

शहरवासियों के लिए संदेश

नगर आयुक्त और अन्य अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रशासन द्वारा जल शुद्धता को लेकर सख्त निगरानी रखी जा रही है और जल की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप सुनिश्चित की जा रही है।

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