मुंगेर के तारापुर- शाहपुर में मां काली की प्रतिमा स्थापना को लेकर निकाली गई भव्य कलश यात्रा

मुंगेर जिले के तारापुर प्रखंड स्थित शाहपुर गांव में भक्तिभाव और श्रद्धा का एक अनुपम दृश्य देखने को मिला, जब मां काली की प्रतिमा स्थापना के अवसर पर भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया। पूरे इलाके में मां काली के जयकारों से गूंज उठी फ़िज़ा, और श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।

मां काली मंदिर का निर्माण और प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा

दरअसल, शाहपुर गांव में मां काली के भव्य मंदिर का निर्माण हाल ही में पूर्ण हुआ है। इस मंदिर में मां काली की सुंदर और विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रतिमा की स्थापना से पहले प्राण प्रतिष्ठा अनिवार्य होती है, जिसके अंतर्गत देवी में आध्यात्मिक चेतना का आह्वान किया जाता है। इसी कड़ी में पंडितों द्वारा वैदिक विधि-विधान और मंत्रोच्चार के साथ मां काली की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न कराई गई।

सुल्तानगंज गंगा घाट से गंगाजल लाकर कलश यात्रा की शुरुआत

प्रतिमा स्थापना से पहले मां गंगा के पवित्र जल को सुल्तानगंज के गंगा घाट से लाया गया। इस गंगाजल को बेलविहमा स्थित ओमनाथ मंदिर में विधिवत रूप से रखा गया। इसके बाद, वहीं से कलश यात्रा की शुरुआत हुई। बेलविहमा मंदिर से 51 महिलाएं और कन्याएं सिर पर कलश में पवित्र गंगाजल लेकर श्रद्धाभाव के साथ निकलीं। पूरे रास्ते भक्तों द्वारा “जय माता दी” के जयकारे लगाए जा रहे थे, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।

शाहपुर गांव में मां काली मंदिर का निर्माण

कलश यात्रा शाहपुर गांव स्थित काली मंदिर परिसर में पहुंची, जहां कलशों को निर्धारित स्थानों पर स्थापित किया गया। इसके उपरांत वैदिक पंडितों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ मां काली की प्रतिमा की स्थापना की गई। पूरे परिसर में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हो गया था, और श्रद्धालु गहरी श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना में लीन हो गए।

मां काली का भव्य श्रृंगार और भक्ति संगीत का आयोजन

प्रतिमा स्थापना के उपरांत मां काली की मूर्ति का अत्यंत मनोहारी श्रृंगार किया गया। देवी को लाल वस्त्र, स्वर्णाभूषण, और पुष्पों से सजाया गया। भक्तों ने दीप जलाकर देवी की आरती उतारी और भजन-कीर्तन के माध्यम से अपनी श्रद्धा प्रकट की। मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा और हर कोई मां से सुख-शांति और समृद्धि की कामना करता दिखा।

अखंड रामधुन से गूंजा मंदिर परिसर

मंदिर में 24 घंटे का अखंड रामधुन का आयोजन भी किया गया है, जिसमें स्थानीय कीर्तन मंडलियों ने भाग लिया। राम नाम के संकीर्तन से पूरे क्षेत्र का वातावरण भक्तिरस से सराबोर हो गया। यह आयोजन न केवल धार्मिक भावना का प्रतीक था, बल्कि सामाजिक एकजुटता और सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण का माध्यम भी बना।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता

इस धार्मिक आयोजन में बेलाडीह पंचायत के मुखिया साजन कुमार सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। उनके साथ दिलीप भगत, बबलू भगत, रामविलास मंडल, रविन कुमार, नीरज कुमार, मनोज मंडल, धीरज कुमार एवं समस्त शाहपुर गांव के ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी रही। सभी ने मिलकर इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

 

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