मुंगेर जिले के संग्रामपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नगर पंचायत के रायकड गांव में सोमवार की संध्या करीब 5:30 बजे गोलीबारी की एक गंभीर घटना घटी। यह घटना तब हुई जब गांव में पहले से ही चल रहे पुल निर्माण को लेकर लंबे समय से मतभेद और तनाव बना हुआ था। पुल निर्माण की जगह को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद गहराता जा रहा था, जो अंततः हिंसक रूप में सामने आया।
घटना में घायल युवक की पहचान
इस गोलीबारी की घटना में गांव के ही निवासी कैलाश यादव घायल हो गए। घायल अवस्था में उन्हें तुरंत संग्रामपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा हेतु भागलपुर रेफर कर दिया। स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. सुजय कुमार ने बताया कि कैलाश की स्थिति अब खतरे से बाहर है और वह धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं।
विवाद की जड़: नदी पर बन रहा पुल
घटना के पीछे का मूल कारण गांव के निकट बहने वाली नदी पर बन रहे पुल को लेकर उत्पन्न हुआ विवाद बताया जा रहा है। घायल कैलाश यादव के अनुसार, पुल का निर्माण गांव की ऐसी दिशा में किया जा रहा है, जिससे गांव की आधी आबादी को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। इस असंतुलन को लेकर ग्रामीणों के भीतर गहरा असंतोष है। सोमवार को जब कार्यपालक अभियंता गांव में निर्माण स्थल का निरीक्षण करने आए थे, तब कई ग्रामीणों ने उनसे पुल की वर्तमान जगह को बदलने का आग्रह भी किया था, लेकिन इसका कोई स्पष्ट समाधान नहीं निकला।
घटना का विवरण: कैसे हुआ हमला
घायल कैलाश यादव ने बताया कि सोमवार को करीब साढ़े पांच बजे जब वह अपनी भैंसों को चरा कर वापस लौट रहे थे, तो विद्यालय के पास पहले से ही कुछ लोग घात लगाए बैठे थे। इन लोगों में उदय यादव, मुकेश यादव, राहुल यादव, सोनू कुमार, संतोष यादव और कुन्तेश यादव शामिल थे। जैसे ही कैलाश वहां पहुंचे, धीरज यादव ने उन पर गोली चला दी, लेकिन वह बाल-बाल बच गए। इसके बाद कुन्तेश यादव ने कहा कि “इसे जान से मार दो”, और तभी उदय यादव ने दूसरी गोली चला दी। इस बार छर्रे कैलाश की कमर के नीचे लगे, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
परिजनों की तत्परता और पुलिस की भूमिका
घटना के तुरंत बाद घायल कैलाश यादव को उनके परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार मिला। इसके बाद डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें भागलपुर रेफर कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही संग्रामपुर थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच प्रारंभ की। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास के लोगों से पूछताछ भी की।
पुलिस जांच और भविष्य की कार्रवाई
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। गोली चलाने वाले आरोपियों की पहचान हो चुकी है और उन्हें जल्द गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने अतिरिक्त सतर्कता बरती है ताकि कोई अप्रिय घटना दोबारा न हो। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि घटना पूरी तरह से पूर्व नियोजित थी या किसी तात्कालिक बहस के चलते यह हिंसा हुई।