बिहार के मुंगेर जिले में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहाँ एक 21 वर्षीय मानसिक रूप से बीमार युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान गोविंद कुमार के रूप में हुई है, जो कासिम बाजार थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर वार्ड संख्या 35 का रहने वाला था। यह घटना बीती रात तब घटी, जब सब सो रहे थे, तभी अचानक से गोलियों की आवाज ने पूरे मोहल्ले को दहला दिया।
पिछले दिन हुए विवाद से जुड़ा है हत्याकांड
परिजनों ने बताया कि मृतक गोविंद कुमार मानसिक रूप से अस्वस्थ था और आए दिन वह किसी न किसी से बिना कारण झगड़ता और गाली गलौज करता था। इसी क्रम में एक दिन पूर्व उसने मोहल्ले के ही प्रवीन कुमार नामक व्यक्ति से झगड़ा कर लिया था और उसे अपशब्द कहे थे। प्रवीन इस बात से काफी नाराज़ था और उसने उसी समय गोविंद के पिता को फोन कर धमकी दी थी कि अगर गोविंद को मोहल्ले से नहीं हटाया गया, तो वह उसे जान से मार देगा।
परिजनों ने बताई पूरी घटना की जानकारी
गोविंद के पिता, शंकर प्रसाद, जो सेना से सेवानिवृत्त हैं, ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसका इलाज भी चल रहा था। उन्होंने कहा कि प्रवीन कुमार द्वारा दी गई धमकी को उन्होंने उस समय गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन उन्होंने यह कभी नहीं सोचा था कि मामला इतना बढ़ जाएगा कि हत्या तक की नौबत आ जाएगी।
शंकर प्रसाद ने बताया, “मेरे पांच बेटे हैं, गोविंद दूसरे नंबर का था। वह मानसिक रूप से बीमार था और कई बार मोहल्ले में लोगों से उलझ जाता था। उसकी इस आदत से हम भी परेशान रहते थे, लेकिन हमें अंदेशा नहीं था कि कोई उसे इतनी बेरहमी से मार देगा।”
देर रात हुई हत्या, सीने में मारी गई गोली
घटना बीती रात की है जब परिवार के सभी लोग सो रहे थे। अचानक गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जब परिजन बाहर निकले तो देखा कि गोविंद खून से लथपथ जमीन पर गिरा पड़ा है। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गोली उसके सीने में मारी गई थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटनास्थल पर पहुंचे वरीय पुलिस अधिकारी
घटना की सूचना मिलते ही कासिम बाजार थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इसके साथ ही सदर डीएसपी अभिषेक आनंद, कासिम बाजार थाना अध्यक्ष रूबिकांत कश्यप, और पूरब सराय थाना अध्यक्ष सौरभ कुमार भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल की जांच की और मृतक के परिजनों से बातचीत कर पूरे मामले की जानकारी ली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट है कि यह हत्या पहले से सुनियोजित थी।
हत्या के पीछे सामने आए कुछ संदिग्ध नाम
पुलिस अधिकारी अभिषेक आनंद ने बताया कि इस हत्या के पीछे कुछ स्थानीय लोगों का नाम सामने आया है, जिनमें प्रवीन कुमार मुख्य आरोपी बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि घटना के पीछे के कारणों की गहन जांच की जा रही है और जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच की प्रतीक्षा
गोविंद के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ मिलकर गोली के प्रकार और फायरिंग की दिशा आदि की जांच कर रही है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि हमलावर कितने थे और किस दिशा से गोली चलाई गई।
इलाके में पसरा मातम और भय का माहौल
घटना के बाद से शास्त्री नगर वार्ड नंबर 35 में सन्नाटा और डर का माहौल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि गोविंद कभी-कभी परेशान करता था, लेकिन उसकी हत्या इस तरह हो जाएगी, यह किसी ने नहीं सोचा था। मोहल्ले में कई लोग बेहद आहत हैं और आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।
पुलिस ने परिजनों को दिया आश्वासन
पुलिस ने मृतक के परिजनों को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। डीएसपी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम हर पहलू से जांच कर रहे हैं। कुछ नाम सामने आए हैं और उन पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। बहुत जल्द मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।”
न्याय की उम्मीद में बैठा परिवार
गोविंद की मौत के बाद शंकर प्रसाद और उनका परिवार गहरे सदमे में है। उन्होंने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और मांग की है कि उनके बेटे की हत्या करने वालों को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर पहले ही पुलिस द्वारा गंभीरता से धमकी पर ध्यान दिया गया होता तो शायद आज उनका बेटा जिंदा होता।
निष्कर्ष
यह घटना एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करती है कि मानसिक रूप से बीमार लोगों के प्रति समाज में सहानुभूति और समझ की कमी है। इलाज के साथ-साथ सामाजिक सहयोग भी आवश्यक होता है। वहीं, कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठते हैं कि जब धमकी की सूचना पहले दी गई थी, तो उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उम्मीद की जा रही है कि पुलिस इस मामले को जल्द सुलझा लेगी और दोषियों को कानून के कठघरे में खड़ा करेगी।