SP और DCP में क्या है अंतर? जानें- सैलरी और पावर में फर्क…

Difference between SP and DCP? जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि देश के सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस का अहम रोल होता है. पुलिस ही ये सुनिश्चित करती है कि देश और राज्य की लॉ एंड ऑर्डर को कैसे कंट्रोल किया जाए? हालांकि, पुलिस में भी कई विभाग और कई पद होते हैं, जिसमें डीएम, एसपी और डीसीपी का प्रमुख पद होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एसपी और डीसीपी में क्या फर्क होता है और किसकी सैलरी ज्यादा है? चलिए आज की इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं….

बता दें कि SP शब्द का मतलब “Superintendent of Police” होता है. जिसे हिंदी शब्द में “पुलिस अधीक्षक” भी कहते हैं. ठीक इसी प्रकार DCP शब्द का मतलब “Deputy Commissioner of Police” होता है. जिसे हिंदी शब्द में “पुलिस उपायुक्त” कहा जाता है….

DCP : भारत के बड़े शहर या जनपद को अलग-अलग पुलिस विभाग में बांटकर वहां पुलिस प्रमुख के तौर पर DCP “पुलिस उपायुक्त” की नियुक्ति की जाती है. DCP राज्यों के डीजीपी को रिपोर्ट करने के लिए कमिश्नर को रिपोर्ट करते हैं….

SP : पुलिस व्यवस्था में किसी जिला पुलिस की कमान “पुलिस अधीक्षक” के हाथ में होती है. ये जिले या जनपद में पुलिस के सबसे बड़े अधिकारी होते हैं. हालांकि, SSP और SP में वैसे कोई फर्क नहीं होता है, बड़े जिलों में तैनात पुलिस के सबसे बड़े अफसर को SSP कहा जाता है. जबकि, छोटे जिलों में SP कहा जाता है…..

वही, एसपी और डीसीपी को समान सुविधाएं दी जाती हैं. जैसे :- सरकारी बंगला, सरकारी गाड़ी के साथ ड्राइवर, गार्ड, सुरक्षा के लिए जवान समेत अन्य सभी सुविधाएं दे जाती हैं. एसपी की मंथली सैलरी 56,100 रुपये है. भत्तों को मिलाकर 1 लाख से ज़्यादा हो सकती है. जबकि, डीसीपी की औसत मंथली सैलरी 34,999 रुपये है. सरकारी भत्ता अलग से मिलता है….

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