लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : सिविल सर्जन डॉक्टर रामेंद्र कुमार शुक्रवार की सुबह परबत्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कुछ कर्मी को छोड़ अधिकांश कर्मचारी एवं चिकित्सक अनुपस्थित थे. हालांकि पदाधिकारी के पहुंचने की भनक जैसे ही कर्मियों को लगी सभी आनन-फानन में स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. सिविल सर्जन ने सभी कक्ष का जायजा लिया. इस क्रम में रोस्टर पंजी का अवलोकन के दौरान पता चला कि अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर कशिश का उसमें नाम ही नहीं है. इधर प्रसव कक्ष देखकर सिविल सर्जन थोड़ा संतुष्ट हुए और जनरेटर आदि की सुविधा को सामान्य बताया.
वहीं सिविल सर्जन ने कहा कि प्रभारी का नाम रोस्टर सूची में होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं है. इस मामले पर विचार किया जाएगा. मौके पर उन्होंने डॉक्टरों की कमी को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि पूरे बिहार में चिकित्सकों की कमी है. हालांकि इस समस्या से निजात पाने के लिए आवश्यक प्रयास किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने एंबुलेंस की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के निर्देश दिया.
गौरतलब है कि वर्तमान समय में रेफर के बाद एंबुलेंस की उपलब्धता के लिए 102 पर कॉल करना पड़ता है. जिसके बाद ही यह सेवा लोगों को मिल पाती है. ऐसे में गंभीर मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है. जिसको लेकर सिविल सर्जन ने कहा कि मामले को लेकर कर्मियों को निर्देशित किया गया है. इस संदर्भ में मरीज के हालात को देखते हुए तुरंत उसे लेकर जाने और बाद में कागजी प्रक्रिया पूरी करने को कहा गया है. यदि ऐसा नहीं होता है तो एंबुलेंस प्रदाता कंपनी पर कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा. बहरहाल सिविल सर्जन के निरीक्षण से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की आस जगी है.