जज्बे को सलाम, टिफिन भी लेना भूल जाती थीं ये शिक्षिका

लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : लोजपा के संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान के पैतृक गांव जिले के अलौली प्रखंड के शहरबन्नी पंचायत अंतर्गत मध्य विद्यालय बेलाही में कार्यरत शिक्षिका अमृता प्रीतम अपनी हुनर से स्कूल की सूरत बदल दी है. बताया जाता है कि विगत दिनों ठंड को लेकर स्कूल में बच्चों की छुट्टी थी. इस दौरान मध्य विद्यालय बेलाही की शिक्षिका स्कूल में ड्यूटी के दौरान 8 घंटे बैठना बेजार लग रहा था. ऐसे में उन्होंने समय का सदुपयोग करने की ठानी और देखते ही देखते उन्होंने स्कूल भवन के दीवार पर स्वच्छता, ट्रैफिक लाइट, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, वृक्ष लगाओ और पृथ्वी बचाओ, मैप स्केल, जल चक्र, तिरंगा, बिहार का नक्शा जैसे पेंटिंग व कलाकृति कर स्कूल की सूरत ही बदल डाली.

शिक्षिका अमृत प्रीतम जिले के परबत्ता प्रखंड के झंझरा निवासी सर्वोदय महावीर इंटर विद्यालय बेला सिमरी में कार्यरत शिक्षक डॉ दिवाकर कुमार की धर्मपत्नी है. अमृत प्रीतम 2014 में मध्य विद्यालय खटहा में शिक्षक पद पर नियुक्त हुई थी. जिसके बाद 2019 में मध्य विद्यालय सोन्डीहा में कार्यरत रही. बाद में बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई) में सफलता होकर मध्य विद्यालय बेलाही अलौली में पदभार ग्रहण किया.

अमृत प्रीतम का प्रयास सुर्खियों बटोर रही रही है. बताया जाता है कि बच्चों के पढाने की तरीका भी विद्यार्थियों को काफी पसंद आ रहा है. वे बच्चों को पेंटिंग, कलाकृति भी बेहतरीन तरीके से सिखाती हैं. इतना ही नहीं समय-समय पर वे अपनी सैलरी के कुछ रूपये बच्चों के बीच उनकी पढाई – लिखाई में भी खर्च करती है. मामले पर‌ अमृता प्रीतम ने बताया है कि वे प्रत्येक दिन 75 किलोमीटर की यात्रा तय कर विद्यालय पहुंचती हैं और अब मध्य विद्यालय बेलाही के बच्चों की पढ़ाई में रूचि काफी बढ गई है.

साथ ही शिक्षिका अमृत प्रीतम बताती हैं कि उन्होंने बच्चों के छुट्टी के वक्त समय का सदुपयोग करते हुए स्कूल की दीवार पर 15 दिनो मे पेंटिंग की. इस दौरान तो कभी-कभी उनकी टिफिन रखा ही रह जाता था. जिसे वे शाम को घर पहुंच खाती थीं. साथ ही उन्होंने बताया है कि बचपन से ही उनकी पेंटिंग व कलाकृति में रूचि रही है. ऐसे में वे अब बच्चों को भी पेंटिंग सिखातीं हैं. इधर मध्य विद्यालय बेलाही अलौली के प्रधानाध्यापक साधु शरण ने कहा कि शिक्षिका अमृता प्रीतम जब से विद्यालय में जॉइनिंग की है, विद्यालय का पठन-पाठन के साथ बच्चों के बीच अन्य गतिविधियों में काफी बदलाव आया है. साथ ही बच्चों की उपस्थिति में भी वृद्धि हुई है. जब ठंड को लेकर बच्चों की छुट्टी थीं तो शिक्षिका अमृता प्रीतम ने स्कूल के दीवार पर पेंटिंग व कलाकृति से स्कूल की सूरत ही बदल दी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *