Barbigha:-प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रसिद्ध विद्यालय आदर्श ज्ञान भारती में सरस्वती पूजा के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार शामिल हुए.वही विशिष्ट अतिथि के रूप में हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉ ऋषभ कुमार, वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर आनंद कुमार,लता राव फाउंडेशन की डायरेक्टर शबनम लता, बरबीघा के सर्किल इंस्पेक्टर बृजेश कुमार, केवटी थाना अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार शामिल हुए.
आगत अतिथियों का स्वागत विद्यालय के प्राचार्य धर्मेंद्र कुमार के द्वारा गुलदस्ता, शॉल और मोमेंटो देकर किया गया.मौके पर बरबीघा के श्री कृष्ण गौशाला समिति से जुड़े सदस्यों में सचिन धर्मेंद्र कुमार उपाध्यक्ष मनीष कुमार राजीव कुमार आदि को भी सम्मानित किया गया.स्वागत समारोह के बाद मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई.इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने बच्चों और उपस्थित अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा का महत्व समाज और व्यक्तिगत विकास में अत्यधिक है.
यह केवल ज्ञान अर्जन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के मानसिक, सामाजिक, और नैतिक विकास में भी सहायक होती है.वही डॉ ऋषभ कुमार ने कहा कि शिक्षा से व्यक्ति को अपने अधिकारों और कर्तव्यों की पहचान होती है,और यह उसे समाज में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार करती है. इसलिए तमाम कमियों के बावजूद लोगों को अपने बच्चों के शिक्षा के प्रति विशेष ध्यान देना चाहिए. मौके पर अन्य वक्ताओं द्वारा नौनिहालों का भविष्य करने की दिशा में बेहतर कार्य करने को लेकर विद्यालय प्रबंधन समिति की भूरी-भूरी प्रशंसा भी की गई.
इसके बाद बच्चों द्वारा गणेश वंदना के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत की गई. कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों के द्वारा,लुंगी डांस, सोनू फेकू सैलून नामक नाटक, बिहार गीत, फनी डांस पुलवामा, अटैक क्लेश नामक नाटक, सौगंध मुझे इस मिट्टी का, सास बहू नामक नाटक सहित विभिन्न प्रकार के मनमोहक प्रस्तुति देकर लोगों का खूब मनोरंजन किया गया. इस अवसर पर प्राचार्य धर्मेंद्र कुमार ने कहा सांस्कृतिक कार्यक्रम बच्चों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
ये कार्यक्रम न केवल बच्चों के मनोरंजन का साधन होते हैं, बल्कि उनकी शारीरिक, मानसिक और सामाजिक क्षमता को भी विकसित करते हैं.यही नहीं बच्चों को अपने देश की सभ्यता और संस्कृति से भी रूबरू होने का मौका मिलता है.