सरहद पर तैनात जवानो के बदौलत ही हम चैन की नींद सोते है-डाॅ.अर्चना
स्वर्णाक्षरों में अंकित है भारतीय सेना की गौरवगाथा-सोनाली सिंह
संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जुबली हॉल में आयोजित हुआ कार्यक्रम
आरा,27 जनवरी. शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जुबली हॉल में शनिवार को 76वें गणतंत्र दिवस के पूर्व संध्या पर पूर्व सैनिकों तथा वीरांगनाओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया.
कार्यक्रम का शुभारंभ अमर शहीद स्मारक प्रतीक चिन्ह पर अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं पुष्पाजंलि अर्पित कर किया गया. स्वागत गान विद्यालय की छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किया गया. संचालन वरीय शिक्षक अरविंद ओझा एवं धन्यवाद ज्ञापन उप प्राचार्य ऋषिकेश ओझा ने किया.
इस मौके पर विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र, प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह, कर्नल राणा प्रताप सिंह द्वारा संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि सोनाली सिंह को अंग वस्त्र एवं प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. तत्पश्चात बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ, भोजपुर के अध्यक्ष ले. कर्नल राणा प्रताप सिंह (सेवानिवृत) द्वारा सोनाली सिंह का सम्मान किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि सोनाली सिंह द्वारा 100 वीरांगनाओं और पूर्व सैनिकों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया.
इस मौके पर मुख्य अतिथि समाज सेविका सोनाली सिंह ने कहा कि भारतीय सेना की गौरवगाथा स्वर्णाक्षरों में लिखा गया है. जिसकी जितनी व्याख्या कि जाए वह कम है.
हमारा देश एवं उसका संविधान अनेकता में एकता का संदेश देता है. सरहद पर तैनात जवानों के बदौलत ही हम बिना किसी डर व भय के तीज-त्योहार मनाते है. श्रीमती सिंह ने विद्यार्थी जीवन में अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वीरांगनाओ एवं पूर्व सैनिको का सम्मान हमारे लिए गर्व की बात है.
विशिष्ट अतिथि ले. कर्नल राणा प्रताप सिंह (सेनि) फौजियों का सम्मान हमारे लिए बहुत बडा है. समय पर सम्मान किया जाना बहुत बडी बात है. यह शुभ कार्य सराहनीय है.
अध्यक्षता करते निदेशक डॉ. कुमार द्विजेन्द्र ने कहा कि वीरांगनाओ एवं पूर्व सैनिको के आगमन से विद्यालय परिवार व परिसर धन्य हो गया हैं. सोनाली सिंह समाजसेवा के क्षेत्र में काम करती आ रही है. यह जरुर आगे बढेगी, ऐसा मेरा विश्वास है. इस तरह का कार्यक्रम आगे भी चलता रहेगा.
इसके पूर्व स्वागत करते हुए प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि वीरांगनाओ का सम्मान सबसे बडा सम्मान है. सरहद पर तैनात जवानो के बदौलत ही हम चैन की नींद सोते है. देशभक्ति गान “देश के शहीद हैं जो बहुत याद आते हैं” विद्यालय की छात्राओं द्वारा पेश किया गया. कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम् के साथ हुआ.