मां वीणा वादिनी की,उपासना के पावन पर्व पर, आज बसंत पंचमी के दिन राजकीय कृत हरदेव प्रसाद इंटरमीडिएट कॉलेज मधुबनी के प्रांगण में स्थित वाग्देवी के मंदिर में छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक कर्मचारियों द्वारा उल्लास पूर्वक विधि विधान से पूजा अर्चना किया गया। इस अवसर पर पूर्व प्राचार्य पंडित भरत उपाध्याय ने कहा कि ज्ञान, कला और संस्कृति की देवी माता सरस्वती की पूजा श्रद्धा पूर्वक करने से छात्र-छात्राओं के जीवन में ज्ञान की ऊर्जा भरपूर प्राप्त होती है। यह पर्व वसंत ऋतु की शुरुआत का प्रतीक भी है। आइए हम माता सरस्वती की पूजा करें, हे मां सरस्वती कमल के आसन पर विराजमान समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाली देवी,आप सदैव मेरे मुख में सभी समृद्धियों के साथ विराजमान रहें हे वरदायनी,हे कामरूपिणी माता, मैं विद्या आरंभ करने जा रहा हूं, कृपया अपनी कृपा दृष्टि मुझ पर बनाए रखें। मुझे ज्ञान बुद्धि और सफलता प्रदान करें, ताकि मैं अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकूं।
कहा जाता है कि विद्या या ज्ञान की निधि ही है जो आपका अंत तक साथ देती है इसलिए हम सभी इस ज्ञान के मंदिर में एकत्रित होकर मां सरस्वती की पूजा कर रहे हैं। इस अवसर पर प्रधानाचार्य संतोष कुमार त्रिपाठी, आचार्य नीरज शांडिल्य, विपिन बिहारी तिवारी , राजेश रमण कुमार सिंह , मनोज कुमार, संगीता मिश्रा, श्रीमती आकांक्षा, मनिंदर शाह सहित सभी शिक्षक – कर्मचारी एवं छात्र-छात्राओं ने भजन आरती कर प्रसाद ग्रहण किया।