न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले के सिमरी प्रखंड के तिलक राय के हाता ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत केशोपुर गाँव निवासी गंगा सागर यादव के 21 वर्षीय पुत्र दीपलेश यादव विगत दो महीनों से संदेहास्पद रूप से गायब है। पीड़ित परिवार दीपलेश को ढूंढने के लिए दर दर भटक रहा है फिर भी अभी तक पुलिस इस मामले में कोई कार्यवाई नही कर पाई है। इस मामले में पीड़ित परिवार ने केशोपुर पंचायत के पूर्व मुखिया सन्तोष वर्मा समेत तीन लोगों के खिलाफ अपहरण का आरोप लगाया है।
इस संदर्भ में लापता युवक के भाई अमरेश यादव ने एसपी शुभम आर्य को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। अमरेश ने एसपी को बताया है कि उनका भाई दीपलेश यादव(21 वर्षीय) विगत 11 जनवरी को खेत पर खाना पहुँचाने के लिए घर से निकला हुआ था लेकिन, न तो वह खेत पहुँचा और नाही घर, काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका कोई पता नही चला और मोबाइल फोन भी उसका बंद हो गया। जिससे पूरा परिवार चिंतित होकर इस सम्बंध में 12 जनवरी को स्थानीय थाना में अपहरण का एफआईआर दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई जिसके चलते आजतक दिपलेश का कोई सुराग नही मिला।
अमरेश यादव ने इस मामले में पूर्व मुखिया सन्तोष वर्मा, पूर्व वार्ड पार्षद सरोज मिश्रा तथा पूर्व पंचायत सचिव ललन राम की संलिप्तता बताते हुए अपहरण करने तथा हत्या करवाने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि लापता युवक दीपलेश यादव का चाचा जीतन यादव ने योजना में गड़बड़ी व सरकारी राशि गबन करने के आलोक में तीनों नामजदों के खिलाफ लोक शिकायत में परिवाद दायर किया था जिसमे सुनवाई के साथ कार्यवाई हो रही थी जिसके बाद इस तरह का घटना घटित हुआ है। बहरहाल, इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही जरूर सामने आई है जिसके कारण अभीतक युवक का कोई सुराग नहीं मिल सका। यह पुलिस के कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है।