न्यूज़ विज़न। बक्सर
शहर के सिविल लाइन्स में विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मंदिर, बालिका खंड में विद्यालय के वर्ष भर के कार्य योजना व सर्वश्रेष्ठ शिक्षा देने के निमित त्रि दिवसीय वार्षिक कार्यशाला का शनिवार को समापन हुआ। इस दौरान छात्र छात्राओं को विद्या भारती के राष्ट्रीय शिक्षण संरचना के अनुरूप बेहतरीन शिक्षण, विज्ञान मॉडल व विभिन्न विषयों के प्रश्न मंच, खेल कूद आदि में अखिल भारतीय स्तर तक तैयार करने तथा उनके व्यक्तित्व एवं सर्वांगीण विकास हेतु चर्चा के बाद योजना बनाई गई।
कार्यशाला के प्रथम दिवस पर शिक्षकों से आह्वान करते हुए विद्यालय के प्रबंधन समिति के सचिव डॉ हनुमान प्रसाद अग्रवाल ने कहा विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के सुनहरे भविष्य का निर्माण करना शिक्षकों का परम दायित्व है जिसे पूर्ण समर्पण व कठोर परिश्रम से सफलीभूत बनाना होगा।
द्वितीय दिवस को विभाग प्रमुख बीरेंद्र कुमार ने विद्या भारती को राष्ट्रीय शिक्षा नीति का सूत्रधार बताते हुए अनुभवजन्य, गतिविधि आधारित तथा सह शैक्षिक शिक्षण को अवधारणा के साथ छात्र छात्राओं में संचारित करने की प्रेरणा दी। विद्या भारती संस्थान के अन्य अधिकारी व विशेषज्ञों ने भी कई सत्रों में शिक्षण को रुचिकर, ज्ञानवर्धक तथा गुणवत्तापूर्ण बनाने के गुर सिखाए। विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया की हमारे आचार्य दीदी जी का दल भी पूरी ऊर्जा व समर्पण के साथ नए सत्र में हमारी कार्य योजना के अनुरूप अवधारणा के साथ शिक्षण देने के लिए कृत संकल्पित व उत्साहित है।
इस त्रि दिवसीय आचार्य कार्यशाला में समिति की सह सचिव नीलम देवी, बक्सर के भूतपूर्व यातायात प्रभारी अंगद सिंह व भारत विकास परिषद के कोषाध्यक्ष सतीश चंद्र त्रिपाठी ने भी अपने बहुमूल्य विचार रखे तथा समाज के कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों व शिक्षाविद समेत विद्यालय के समस्त आचार्य दीदी जी ने शिरकत की।