न्यूज़ विज़न। बक्सर
चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। मंगलवार को नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा अर्चना की गयी। शहर के बाईपास रोड स्थित काली मंदिर में सुबह से ही भक्तों की लाइन लग जाती है जहां श्रद्धा और विश्वास के साथ लोग माता के दर्शन कर रहे हैं। मंदिर के आसपास परिसर में भक्ति भाव की गंगा बह रही है। माता की चुनरी नारियल के गोले चूड़ी बिंदी सिंदूर सहित अन्य चढ़ावे की दुकानें सजी हैं।
काली मंदिर के पुजारी चीकू बाबा ने बताया कि मां चंद्रघंटा के सिर पर घंटे के आकार का चंद्र होता है और मैया की सवारी शेरनी है। मां की 10 भुजाएं होती हैं। मान्यता है कि मां चंद्रघंटा की पूजा अर्चना क भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। मां चंद्रघंटा की पूजा में लाल रंग का विशेष महत्व है। पूजा के दौरान लाल फूल रक्त चंदन लाल रंग की चुनरी आदि का का उपयोग होना चाहिए। भैया को दूध या उस से बनी मिठाइयों से भोग लगाया जाता है। भोग लगाने के बाद प्रसाद के रूप में स्वयं और दूसरे को भी देना चाहिए। मैया की पूजा अर्चना से ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। मंदिरों में हवन आदि भी लगातार चल रहा है प्रोग्राम में घर-घर में अखंड ज्योत भी चलाई गई है।
बाईपास रोड स्थित बुढ़िया काली मंदिर में मंगलवार को मंदिर के पुजारी अवकाश उपाध्याय ने सुबह में भव्य आरती एवं पूजन किया, जहां मौके पर पुजारी चीकू बाबा, बबलू उपाध्याय, रोहित उपाध्याय समेत अन्य मंदिर कमिटी केस सदस्य मौजूद रहे।