न्यूज विज़न। बक्सर
शहर के चरित्रवन एम.वी. कॉलेज में बुधवार को वेब डेवलपमेंट कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को आधुनिक वेब तकनीकों जैसे HTML, CSS और Java Script का प्रशिक्षण प्रदान करना था, ताकि वे व्यावहारिक ज्ञान अर्जित कर सकें और वेब विकास के नवीनतम रुझानों से परिचित हो सकें।
कार्यशाला का शुभारंभ कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डॉ. प्रसुंजय कुमार सिन्हा ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने वेब टेक्नोलॉजी के बढ़ते महत्व और छात्रों के करियर में इसकी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन छात्रों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने में सहायक हैं।
कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन हर्षित जायसवाल ने वेब विकास की आधुनिक तकनीकों पर एक विशेष सत्र का संचालन किया। उन्होंने छात्रों को बताया कि भारत में रहते हुए वे वेब डेवलपमेंट में फ्रीलांसिंग के माध्यम से करियर बना सकते हैं और वैश्विक स्तर पर ग्राहकों को अपनी सेवाएं प्रदान कर सकते हैं। इसके साथ ही, उन्होंने फ्रीलांसिंग प्लेटफॉर्म, क्लाइंट हैंडलिंग और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के व्यावहारिक पहलुओं पर भी विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम में कॉलेज के डॉ. सैकत देबनाथ (समन्वयक, बीसीए) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के संदर्भ में शिक्षा और उद्योग के बीच सहयोग के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि इंडस्ट्री-एकेडेमिया पार्टनरशिप छात्रों को व्यावसायिक दुनिया के लिए तैयार करने और उनके करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
कार्यशाला का कुशल संचालन डॉ. पंकज चौधरी (समन्वयक, बीबीए) ने किया, जिनके प्रयासों से यह आयोजन सुचारू रूप से संपन्न हुआ। इस अवसर पर बीसीए विभाग के शिक्षक अरुण कुमार ओझा, मधुसूदन और इंद्र नारायण सिंह भी उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए इस तरह की कार्यशालाओं के शैक्षिक महत्व पर प्रकाश डाला।
इस आयोजन में शिवम भारद्वाज (ऑफिस इंचार्ज, बीसीए एवं बीबीए) की भूमिका सराहनीय रही। उनकी मेहनत और समर्पण ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम योगदान दिया। कार्यशाला में बीसीए विभाग के सभी छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और वेब डेवलपमेंट से जुड़े आवश्यक कौशल सीखे। समापन समारोह में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। छात्रों ने इस कार्यशाला को अपने तकनीकी कौशल को निखारने में बेहद उपयोगी बताया। अंत में प्राचार्य प्रो. डॉ. प्रसुंजय कुमार सिन्हा ने भविष्य में भी इस तरह की तकनीकी कार्यशालाओं के आयोजन का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से छात्र नवीनतम प्रौद्योगिकी के साथ अद्यतन रह सकेंगे और अपने करियर में आगे बढ़ सकेंगे।