न्यूज़ विज़न। बक्सर
मंगलवार को जिला राजपूत समाज द्वारा संसद के उच्च सदन राज्यसभा में सपा सांसद राम जी लाल सुमन द्वारा हिंदू समाज के आदर्श वीर शिरोमणि राणा सांगा पर अमर्यादित बयान देते हुए उनको गद्दार एवं उनके वंशजों को गद्दार का औलाद कहने पर शहर के गोलंबर चौक से वीर कुंवर से चौक तक आक्रोश मार्च निकाला गया।
आक्रोश मार्च का नेतृत्व जोगेंद्र सिंह एवं संचालन कृष्णा सिंह द्वारा किया गया। आक्रोश मार्च के माध्यम से राजपूत समाज ने अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए। महामहिम राष्ट्रपति महोदय को दो सूत्री मांग पत्र जिला पदाधिकारी के माध्यम से सौंपा गया। सांसद मे बैठ कर महापुरुषों पर अमर्यादित बयान देना देश के लिए शर्म की बात है। जिसे राजपूत समाज कतई बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं है। इस तरह का अमर्यादित बयान देकर वे राजपूत समाज को भड़काना चाहते हैं तथा देश की शांति व्यवस्था को समाप्त करना चाहते हैं। पूर्व में भी कई नेताओं द्वारा राजपूत समाज पर कीचड़ उछालने का काम किया जा चुका है। जिसमें भाजपा नेता पुरुषोत्तम रुपाला, पूर्णिया सांसद पप्पू यादव, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रमुख रूप से शामिल है। मगर वैसे नेताओं पर प्रशासन या सरकार द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं करना ऐसे लोगों की मानसिकता को बढ़ावा दे रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि इन लोगों का बयान कोई साजिश के तहत दिया जा रहा है।
जोगिंदर सिंह ने इस परिपेक्ष में बिहार की एक घटना का जिक्र समाज करना चाहता है की बिहार विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह जी द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर टिप्पणी करने के लिए उनकी सदस्यता तक समाप्त कर दिया गया था। उन्हें अपनी सदस्यता बाहर करने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा। यही नहीं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी पर गृह मंत्री अमित शाह द्वारा टिप्पणी करने पर सदन की कार्रवाई बंद कर दी जाती है। मगर राजपूत समाज के महापुरुषों को गाली देने वालों पर सभापति महोदय द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया जाना काफी अफसोस और खेद जनक है। बक्सर जिला राजपूत समाज हजारों की संख्या में शांतिपूर्ण तरीके से बक्सर गोलंबर चौक से बाबू वीर कुंवर सिंह चौक तक आक्रोश मार्च निकालकर ऐसे लोगों के प्रति अपना विरोध महामहिम के समक्ष दर्ज करते हुए इस मांग पत्र के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय से लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत मांग करता है कि सपा सांसद राम जी लाल सुमन की राज्य सभा की सदस्यता समाप्त किया जाए एवं किसी भी महापुरुष पर अमर्यादित बयान और टिप्पणी करने वाले व्यक्ति पर कठोरता कार्रवाई होना सुनिश्चित हो।
कार्यक्रम में डॉ एके सिंह, अमरेंद्र, राजेश, संजय सिंह मझरिया, अनिल सिंह मुखिया, इंदल सिंह मुखिया, इंद्रजीत बहादुर सिंह, बंसी सिंह, पुनीत सिंह, पिंटू दहिवर, राघवेंद्र उज्जैन, विकास सिंह, राहुल सिंह, प्रतिभा सिंह, ओम प्रकाश सिंह, तेज प्रताप सिंह, गणेश सिंह, पप्पू सिंह, दीपक सिंह, आशुतोष सिंह, चंदन सिंह, मोहर सिंह, संतोष सिंह, अरुण सिंह, जितेंद्र सिंह, कृषन कुमार सिंह, राज नारायण सिंह, सुधीर सिंह, संजय सिंह राजनेता, विमलेश सिंह, मनोज सिंह, मृत्युंजय सिंह, सुनील सिंह, गोविंद सिंह, अरविंद सिंह, वीर सिंह मुखिया, अर्जुन सिंह, रविंद्र बहादुर सिंह, सुरेंद्र सिंह, वीर बहादुर सिंह, विजेंद्र सिंह, विनोद कुमार सिंह, कृष्णानंद सिंह आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।