मजदूर दिवस पर माकपा ने आठ घंटे काम और आठ घंटे आराम की मांग की 

बक्सर खबर। मजदूर दिवस के अवसर पर मुनीम चौक स्थित शहीद भगत सिंह पार्क में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। ‘दुनिया के मजदूरों एक हो’, ‘चार लेबर कोड वापस लो’ और ‘आठ घंटे काम, आठ घंटे आराम’ जैसे नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। पार्टी कार्यकर्ताओं ने सबसे पहले शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद, सभा को संबोधित करते हुए माकपा के सचिन मंडल सदस्य अरुण कुमार ओझा ने कहा, “आज मजदूरों के संघर्षों से प्राप्त अधिकारों को सरकार छीनना चाहती है। शिकागो के शहीदों की कुर्बानियों के बाद ही काम के घंटे निर्धारित हुए थे, लेकिन सरकार फिर से इसे खत्म करना चाहती है। हम ऐसा नहीं होने देंगे।”

ओझा ने आगे कहा, “आज भी कई जगहों पर मजदूरों से 12 से 14 घंटे काम लिया जा रहा है, जिससे आत्महत्या जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। सरकार कम पैसे देकर काम करवाने की नीति अपना रही है। एक ही जगह काम करने वालों का वेतन अलग-अलग है, किसी को पेंशन मिलती है, तो किसी को नहीं।” उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण कर्मियों की दुर्दशा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “आशा कार्यकर्ताओं से कम काम लिया जाता है, लेकिन उन्हें समझौता के बावजूद मानदेय नहीं दिया जा रहा है। टीकाकरण कर्मियों को सप्ताह में सिर्फ दो दिन काम मिलता है और एक दिन का मेहनताना सिर्फ 100 रुपये है।” माकपा ने सरकार से न्यूनतम मजदूरी 26,000 रुपये करने और सभी रिक्त पदों पर बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की मांग की। सभा को जिला सचिव परमहंस सिंह, धीरेंद्र चौधरी, हरे राम सिंह आदि ने भी संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने मजदूरों के अधिकारों के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *