बीआरएन बक्सर । बक्सर जिलान्तर्गत धनसोई के अमरपुर गांव में संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती के उपलक्ष्य पर “बाल प्रतियोगिता सह सम्मान समारोह” आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार सरकार के पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला ने किया एवं मुख्य वक्ता के तौर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश भुवन ने संबोधित किया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ संत रविदास के मंदिर में पूजन-अर्चन कर बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा पर पुष्पार्चन से हुआ। बाल प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागी ने संत रविदास जी के जीवन वृत्त पर भाषण दिया। शामिल प्रतिभागी मनी प्रिया, प्रीति कुमारी, शिवम कुमारी, तबस्सुम को सम्मानित भी किया गया। पूर्व विधायक राजपुर संतोष निराला ने संत रविदास को मानवता तथा मानव सेवा को ही धर्म की संज्ञा दी। उन्होंने समाज के लोगों से संतो के बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश भुवन ने रविदास जी महाराज को नमन करते हुए अपने संबोधन में कहा कि संत शिरोमणि ने 648 वर्ष पहले अपने जीवन चरित्र के माध्यम से समूचे समाज, भारत और मानवता के लिए एक संदेश दिया कि मन चंगा तो कठौती में गंगा। उन्होंने बताया कि सच्चे अर्थों में कठौती में गंगा का अर्थ यही है कि आपको भगवान को देखने कहीं नहीं जाना है अगर आपका मन पवित्र है तो आपमें ही ईश्वर का वास हो जाता है।उन्होंने कहा कि गुरुदेव ने कर्म करते हुए अपने धर्म, समाज, देश के लिए स्वाभिमान के जीवन जीते हुए साथ भक्ति की रसधारा बहाई। उनके भक्तों में चित्तौड़ की महारानी मीरा बाई से लेकर बनारस के बड़े-बड़े राजा-महाराजा शामिल रहे। संत रविदास जी महाराज का दर्शन इतना विराट था कि वे जितना धन अर्जित करते थे उसमें से आधा धन वे दान कर देते थे। वे कहते थे कि हमारे साथ केवल हमारा पुण्य, कर्म, सद्भावना, समाज का विश्वास और जीवन का आनंद ही जाएगा। इसी उदात्त भाव के कारण उन्हें संत शिरोमणि की उपाधि दी गई। इसीलिए सागर में मोदी सरकार ने 100 करोड़ की लागत से संत रविदास जी का भव्य मंदिर बनवा रही है।समारोह सामाजिक संस्था शंखनाद के द्वारा मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अरविंद पासवान, संचालन शिव नारायण, भाजपा मंडल अध्यक्ष लखन मल्होत्रा, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष सोनू कुशवाहा, कमिटी के शिवशंकर राम, बच्चामुनि राम, लालमोहर राम, शिक्षक राजेश राम, अमित कुशवाहा, रितेश सिंह एवं अमरपुर के समस्त ग्रामीण जन उपस्थित रहें।