राजनीतिक झोपड़ी में आराम फरमा रहे कुख्यात पेपर लीक माफिया संजीव मुखिया के घर चिपका इश्तिहार

नगरनौसा (राहुल राज)। बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं में सुनियोजित धांधली जैसे गंभीर अपराधों में संलिप्त कुख्यात पेपर लीक माफिया संजीव मुखिया के खिलाफ पटना आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उसके घर पर इश्तिहार चिपकाया है।

नगरनौसा थाना क्षेत्र के शाहपुर बलबा गांव में संजीव मुखिया के पैत्रिक घर पर यह नोटिस कोर्ट के आदेश पर चिपकाया गया है। यह कार्रवाई ईओयू थाना पटना में दर्ज केस संख्या 16/23 के तहत की गई है। जिसने बिहार में एक बड़ी सनसनी फैला दी है।

बता दें कि नालंदा जिले के नूरसराय वानिकी कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत संजीव मुखिया पर बिहार पुलिस भर्ती परीक्षा सहित कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली करने के गंभीर आरोप हैं। उसने अपने बेटे डॉ. शिव कुमार के साथ मिलकर परीक्षा प्रणाली में बड़े पैमाने पर पेपर लीक और धांधली का संगठित नेटवर्क खड़ा कर रखा है।

सूत्रों के मुताबिक संजीव मुखिया ने कई परीक्षाओं के पेपर लीक कराकर हजारों अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूली  है। बिहार पुलिस, शिक्षक भर्ती और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में उसकी संदिग्ध भूमिका की लंबे समय से जांच चल रही थी।

संजीव मुखिया का बेटा डॉ. शिव कुमार पहले से ही सिपाही भर्ती परीक्षा घोटाले में जेल की सलाखों के पीछे है। वहीं संजीव मुखिया लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर है और राजनीतिक संरक्षण में आराम की जिंदगी जी रहा है।

पटना ईओयू की विशेष टीम ने स्थानीय नगरनौसा थाना पुलिस की मौजूदगी में यह कार्रवाई की है। संजीव मुखिया को अब जल्द से जल्द आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया गया है। यदि वह निश्चित अवधि के भीतर आत्मसमर्पण नहीं करता तो कानूनी प्रक्रिया के तहत उसकी संपत्तियों की कुर्की की जाएगी।

यह मामला बिहार में परीक्षाओं की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर गहरे सवाल खड़े करता है। परीक्षा माफियाओं के कारण योग्य उम्मीदवारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। बिहार सरकार और जांच एजेंसियां इस पर सख्त रवैया अपनाए हुए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया गया है। लेकिन संजीव मुखिया के अबतक नहीं पकड़े जाने पर ईओयू की कार्रवाई पर सवाल उठा रही है।

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