“इस वादात ने एक बार फिर गैर मजरुआ भूमि विवाद से जुड़े हिंसक झगड़ों को उजागर किया है, जो अब भी ग्रामीण क्षेत्रों में एक गंभीर समस्या बने हुए हैं…
राजगीर (नालंदा दर्पण)। राजगीर थाना क्षेत्र के गाजीपुर गांव में गैर मजरुआ भूमि विवाद देखते ही देखते खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। मामूली कहासुनी के बाद दो गुटों के बीच जमकर मारपीट, गोलीबारी और तलवारबाजी हुई। इस झड़प के दौरान कुल 5 लोग जख्मी हो गए। जिनमें पिता-पुत्र समेत तीन लोगों को गोली लगी है। जबकि अन्य दो लोग धारदार हथियार और मारपीट में घायल हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक सुनील महतो और नीतीश कुमार के बीच गैर मजरुआ भूमि पर थ्रेसर लगाने को लेकर विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ गया कि देखते ही देखते दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला बोल दिया। पहले लाठी-डंडों से मारपीट हुई। फिर मामला गोलीबारी और तलवारबाजी तक पहुंच गया।
इस हिंसक झड़प में गाजीपुर गांव निवासी सिया शरण यादव और उनके बेटे नीतीश कुमार को गोली लगी है। वहीं सिट्टू कुमार तलवारबाजी में घायल हो गए। इसके अलावा दूसरे पक्ष के धर्मेंद्र महतो और रीता देवी भी मारपीट में जख्मी हो गए हैं।
गोलीबारी में घायल तीनों लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें पहले राजगीर अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन स्थिति बिगड़ने पर पटना के पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। वहीं बाकी घायलों का इलाज राजगीर में जारी है।
घटना की सूचना मिलते ही राजगीर थाना पुलिस बल मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से गोली के खोखे बरामद हुए हैं और मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
इस घटना के बाद गाजीपुर गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है।