“पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए सहजन एक अत्यंत प्रभावी प्राकृतिक उपाय है। अगर आप नियमित रूप से सहजन का सेवन करते हैं, तो पाचन से जुड़ी समस्याएं दूर रहेंगी और आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा…
स्वास्थ्य (नालंदा दर्पण)। सहजन, जिसे मुनगा या मोरिंगा के नाम से भी जाना जाता है। इसकी पत्तियां, फलियां और फूलों का उपयोग न केवल स्वादिष्ट व्यंजन बनाने में होता है, बल्कि इसे एक अद्भुत औषधि के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। विशेष रूप से पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहजन का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सहजन में थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन और विटामिन बी 12 जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं। ये तत्व भोजन को छोटे-छोटे हिस्सों में तोड़ने का काम करते हैं, जिससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व आसानी से मिल जाते हैं। इसके नियमित सेवन से पेट की जलन, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
कब्ज से राहतः सहजन में मौजूद उच्च मात्रा में फाइबर कब्ज जैसी समस्या को दूर करने में मदद करता है। फाइबर, पाचन तंत्र के माध्यम से भोजन को आसानी से गुजरने में सहायता करता है, जिससे मल त्याग भी सुगम हो जाता है। इसके सेवन से पेट हल्का और स्वस्थ महसूस होता है।
पेट की सूजन और गैस की समस्या से निजातः सहजन में प्राकृतिक गुण होते हैं जो पेट की सूजन और गैस की समस्या को कम करते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं, जो आंतों की सूजन को कम करके पेट की सेहत को बढ़ावा देते हैं।
कैसे करें सहजन का सेवन? सहजन की पत्तियों और फलियों को सब्जियों के रूप में पकाया जा सकता है। वहीं इसका सूप भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। आप चाहें तो सहजन का पाउडर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे आप स्मूदी या जूस में मिलाकर सेवन कर सकते हैं। सहजन की चाय भी पेट की समस्याओं से राहत दिलाने में उपयोगी मानी जाती है।
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