बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार के यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुप्रतीक्षित जेपी गंगा पथ के दीघा से दीदारगंज खंड का लोकार्पण किया। इस 20.5 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण से बिहारशरीफ, मोकामा और बेगूसराय जाने वाले लोगों को न केवल समय की बचत होगी, बल्कि यात्रा भी पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक हो जाएगी। यह सड़क पटना शहर के विभिन्न इलाकों में आवागमन को और आसान बनाएगी। जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को भारी ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलेगी।
जेपी गंगा पथ परियोजना का निर्माण पथ निर्माण विभाग द्वारा चरणबद्ध तरीके से किया गया है। दीघा से दीदारगंज तक इस खंड को 3831 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इस परियोजना का शिलान्यास लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्मदिवस के अवसर पर 11 अक्टूबर 2013 को किया गया था। यह सड़क गंगा नदी के दक्षिणी तट पर बनाई गई है, जो न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है। इस पथ पर उन्नत ड्रेनेज सिस्टम, स्ट्रीट लाइटिंग और सड़क सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
जेपी गंगा पथ के इस खंड के शुरू होने से बिहारशरीफ, मोकामा और बेगूसराय जैसे शहरों तक की दूरी और समय दोनों में कमी आएगी। पहले इन क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए यात्रियों को पटना के भीड़भाड़ वाले रास्तों से गुजरना पड़ता था। जिससे समय और ऊर्जा दोनों की बर्बादी होती थी। अब इस नए पथ के जरिए यात्री सीधे और तेजी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। इसके अलावा यह सड़क पटना के स्थानीय निवासियों के लिए भी वरदान साबित होगी, क्योंकि शहर के अंदरूनी हिस्सों में ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
लोकार्पण के दौरान मुख्यमंत्री ने जेपी गंगा पथ के विस्तार की महत्वाकांक्षी योजना की भी घोषणा की। इसके तहत इस पथ को पूरब दिशा में दीदारगंज से फतुहा, बख्तियारपुर और बाढ़ होते हुए मोकामा तक बढ़ाया जाएगा। वहीं पश्चिम दिशा में इसका विस्तार बिहटा और कोइलवर तक किया जाएगा। इन योजनाओं का क्रियान्वयन भी पथ निर्माण विभाग द्वारा तेजी से शुरू किया जा रहा है। इन नए खंडों के बनने से बिहार के और भी कई क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिलेगी।
जेपी गंगा पथ न केवल एक सड़क है, बल्कि यह बिहार के विकास की नई कहानी लिखने का एक माध्यम भी है। यह परियोजना लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नाम पर बनाई गई है, जो बिहार के लिए एक गौरव की बात है। यह सड़क न सिर्फ यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी। गंगा के किनारे बनी यह सड़क बिहार की प्राकृतिक सुंदरता को भी पर्यटकों के सामने लाएगी। जिससे राज्य के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।